आज है शनि जयंती, बन रहा है चतुर्ग्रही योग, जानिए क्या होगा इसका प्रभाव
22 मई को शनि जयंती के दिन ग्रहों का दुर्लभ योग बन रहा है, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर शुभाशुभ रूप में पड़ेगा। दरअसल शनि देव इस अपनी स्वराशि मकर राशि में स्थित है। इस राशि में शनि गुरु के साथ युति बना रहा है।
ज्योतिषियों का मानना है कि 59 साल पहले 1961 में बना था। फिर ऐसा ही संयोग 2080 में भी बनेगा। ज्योतिष भविष्यवाणी के मुताबिक 2080 में भी ऐसी प्राकृतिक आपदाएं आ सकती हैं जिन आपदाओं से वर्तमान आज जूझ रहा है।
इस बार शनि जयंती के दिन वृष राशि में चार ग्रह मौजूद होंगे। इन ग्रहों में सूर्य, बुध, शुक्र और चंद्रमा एक साथ स्थित होंगे। किसी एक भाव या राशि में चार ग्रह स्थित हों तो इसे चतुर्ग्रही योग कहा जाता है। यह दुर्लभ योग होता है।
ज्योतिष विज्ञान के मुताबिक बुध और राहु का संबंध तूफान से माना गया है। जब बुध शुक्र और चंद्रमा तीनों ग्रह एक साथ हों तो आंधी तूफान आने की संभावना रहती है। बीते साल जब फोनी तूफान आया था तब भी ये तीनों ग्रह एक ही राशि में स्थित थे।
इसके साथ ही जब 2018 में तितली तूफान आया तब भी आकाश मंडल में ये तीनों ग्रह एक ही राशि में स्थित थे। इसी प्रकार उड़ीसा में जो अभी अम्फान तूफान आया है इसका कारण भी बुध और शुक्र का एक ही राशि में बैठना है। इस समय गुरु और शनि भी पृथ्वी तत्व की राशि में वक्री चल रहे हैं। ग्रहों की ये स्थिति देश और दुनिया के लिए बड़ी कष्टकारी हो सकती है।