उत्तर प्रदेशलखनऊ

निगरानी समिति की बैठकों से नदारद रहते लेखपाल

हैदरगढ़ (भावना शुक्ला): कोविड 19 कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते शासन प्रशासन काफी गंभीर है प्रदेश के मुखिया द्वारा रोजाना बैठ के कर स्थिति की समीक्षा की जाती है तथा कोरोना वायरस से हर हाल में निपटने की रणनीति भी तय की जाती है लेकिन विडंबना है कि उनके ही अहलकार शासन के निर्देशों को नहीं मानते जनपद बाराबंकी के जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रत्येक तहसील में ग्राम स्तर व नगर स्तर पर निगरानी समितियां बनाई गई लगातार निगरानी समितियों का कामकाज और उनकी जिम्मेदारी के जायजा लेने के लिए अधिकारियों को भी नियुक्त किया गया है।

इसके बावजूद जिलाधिकारी के आदेशानुसार नियुक्त की गई निगरानी समितियों की बैठकों से पर्यवेक्षक अधिकारी व लेखपाल नदारद रहते हैं कागजी कोरम पर ही बैठकर निपटा दी जाती है ग्राम प्रधान वाह मोहल्ले के सभासदों द्वारा अपनी जिम्मेदारी पर बैठके कर लगातार विद्यालयों पर वह होम क्वेंटिन लोगों पर पैनी नजर बनाए रखते हैं।

अभी पिछले दिनों खंड शिक्षा अधिकारी नवाब वर्मा द्वारा क्षेत्र की आलापुर चकोरा और शरीफाबाद ग्राम पंचायत का औचक निरीक्षण करने पहुंचे और निगरानी समिति की बैठक भी की फिर भी लापरवाह गैर जिम्मेदार लेखपाल बैठक से नदारद रहे खंड शिक्षा अधिकारी ने बताया कि निगरानी समिति की जांच रिपोर्ट अधिकारियों को प्रेषित कर दी गई इस प्रकार के अनेकों उदाहरण है जिससे स्पष्ट है कि सरकारी अहलकार किस तरह अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं।

तहसील क्षेत्र के ब्लाक त्रिवेदीगंज हैदर गढ़ के ग्रामीण क्षेत्रों व नगरी क्षेत्रों में निगरानी समिति की बैठकों की कमोबेश यही स्थित है जहां शासन एक और लगातार गंभीर है तो वही उनके ही जिम्मेदार कर्मचारी ना तो शासन का और ना ही जनपद के जिलाधिकारी के निर्देशों को मानते हैं ।

सुखद बात तो यह है कि ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूक नागरिक स्वयं अथवा जागरूक ग्राम प्रधानों द्वारा निगरानी समितियों की बैठकों में सुझाव देकर वह स्वयं जागरूक होकर लोगों को जागरूक करते हैं और इस महामारी से बचने का उपाय बताते हैं।

Related Articles

Back to top button