उत्तर प्रदेशटॉप न्यूज़फीचर्डब्रेकिंगराजनीतिराज्यलखनऊ

जालौन : महिला नेत्री से दुर्व्यवहार मामले की जांच कराएगी भाजपा

तीन सदस्यीय समिति सप्ताह भीतर सौंपेगी जाँच रिपोर्ट, जाँच के बाद पार्टी दोषी पर करेगी कठोर कार्रवाई

उरई: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के गृह जनपद में पार्टी के ‘ चरित्र ‘ पर संकट के बादल घिर आये हैं। जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनाजी ने एक महिला नेत्री द्वारा पार्टी के ही दो नेताओं पर लगाये गए चारित्रिक आरोपों की जाँच कराने की बात कही है। मामले में तीन सदस्यीय समिति एक सप्ताह के भीतर अपनी जाँच रिपोर्ट जिलाध्यक्ष को सौंपेगी। जाँच के कुछ अन्य बिंदु भी निर्धारित किये गए हैं। जिनमें से एक यह भी होगा कि महिला नेत्री द्वारा लिखा गया पत्र वायरल कैसे हुआ ?

इस जांच के बाद भाजपा की ‘तमाशा’ राजनीति का पटाक्षेप होगा या आगे और बढ़ेगा ? यह कहना अभी मुश्किल है पर पार्टी की टैग लाइन, चाल-चरित्र और चेहरा पर प्रश्न चिन्ह जरूर लग रहा है, जिससे पार्टी में बेचैनी दिख रही है।

इस वक्त पपार्टी की हालत उस कौरव सभा जैसी है जब भीष्म पितामह, गुरु द्रोणाचार्य और कुल गुरु कृपाचार्य सरीखे मौन बैठे रहे थे, कुछ यही हाल पार्टी के पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं का है। कोई चरित्र हनन के इस मुद्दे पर कुछ कहने का साहस नहीं कर पाया है।

विपक्ष को मिला हमले का अवसर, पार्टी बैकफुट पर

उधर विपक्ष को भाजपा पर शाब्दिक हमला करने का अब अवसर मिल गया है। इससे पार्टी पूरी तरह से बैकफुट पर है। भाजपा नगर द्वितीय की मंत्री ने जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह बनाजी के घर पत्र भेजकर यह शिकायत की थी कि 15 मई को चाय पीने के बहाने उनके घर आकर पार्टी के महामंत्री प्रेम वर्मा और नगर द्वितीय के कोषाध्यक्ष रामू गुप्ता ने उनके साथ अश्लील हरकतें की थीं। रामू गुप्ता ने प्रेम वर्मा को सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा का निकटवर्ती बताकर मदद दिलाने का लालच दिया था।

सूत्रों ने बताया कि उक्त दोनों लोगों ने महिला नेत्री पर सेल्फी खिंचवाने का भी दबाव बनाया था। सेल्फी फिर एक अन्य महिला नेत्री को भेजे जाने की बात कही गई थी जिससे इसे देखकर उस नेत्री को ईर्ष्या हो ! इससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा में अब नैतिकता भरी राजनीति के बदले कैसी छिछोरी राजनीति हो रही है। संगठन का दबाव न होने से पार्टी की रीति- नीति को गहरा धक्का लग रहा है। चरित्र को लेकर जिन पर उंगली उठाई गई है वह दोनों सदर विधायक के नजदीकी बताए जाते हैं। ऐसे में विधायक की चुप्पी भी हैरान करने वाली है।

पत्र के सोशल मीडिया पर वायरल होने की भी होगी जांच

उक्त प्रकरण में जिलाध्यक्ष रामेंद्र सिंह ने स्वीकार किया है कि उनके घर महिला नेत्री का पत्र आया है। पत्र में उन्होंने अपने साथ पार्टी के ही दो लोगों पर अश्लील हरकतें करने के आरोप लगाए हैं। इसकी असलियत क्या है ? इसकी वह जाँच कराने का निर्णय लिया गया है।

भाजपा के पूर्व जिला महामंत्री भगवती शरण शुक्ला, जिला उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव और महिला मोर्चा की अध्यक्ष प्रीति बंसल इस प्रकरण के कई बिंदुओं पर जाँच करेंगे। सप्ताह भर उन्हें जाँच रिपोर्ट जिलाध्यक्ष को सौंपनी होगी। जिलाध्यक्ष का कहना है कि जब उनके पास पत्र भेजा गया था तो उसके कुछ देर बाद ही वह सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था। यह पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी मिलेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी

Related Articles

Back to top button