यूपी में तबाही, तेज आंधी-बारिश-ओले से मचा कोहराम
28 लोगों की गयी जान, मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का एलान
लखनऊ (राघवेन्द्र प्रताप सिंह) : उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मौसम ने बीते शनिवार को अचानक से करवट बदली। मौसम के इतनी तेजी से बदलते मिजाज की वजह से यूपी के तमाम जिलों में तबाही जैसा मंजर देखने को मिला। यूपी में बुंदेलखंड और कानपुर समेत नजदीक जिलों उन्नाव, कन्नौज, इटावा, औरैया, बांदा, जालौन, उरई, फतेहपुर, चित्रकूट, कानपुर देहात, महोबा में वैसे तो गुरूवार से ही मौसम बिगड़ना शुरू हो गया था, लेकिन बीते शनिवार को इसने विकराल रूप धारण कर लिया। कई जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हुई और वहीं कई जगह ओले भी गिरे।
मौसम के एकदम से बदले मिजाज इन जिलों की सूरत ही बदल कर रख दी है। तेज आंधी-बारिश और ओले गिरने की वजह से कई जिलों में काफी तबाही हुई है। वहीं कई जगह पेड़ गिरने से जहां यातायात सेवाएं ठप रही, और बिजली आपूर्ति व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई। भयंकर आंधी-बारिश और बिजली गिरने से यूपी के उन्नाव में 7, कन्नौज में 6, बांदा और कानपुर शहर में 1-1 लोगों की जान चली गई। बारिश होने तापमान में भी दो से लेकर चार डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है।
कानपुर में जमकर ओलावृष्टि हुई
इसके साथ ही कानपुर शहर के बिल्हौर में आंधी-बारिश संग आधा घंटे तक ओले गिरे। बिल्हौर में एक-एक किलो तक के ओले गिरे, प्राकृतिक हलचल के चलते यहां की लगभग फसल चौपट हो गई। और तो और ओले गिरने से सैकड़ों गाड़ियों के शीशे टूट गए और कई लोग घायल भी हुए। यहां पेड़ गिरने से एक युवक की जान चली गई। कानपुर के घाटमपुर में भी जमकर ओलावृष्टि हुई।
औधोगिक नगरी कानपुर में एक ही दिन में 54.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। जीं हां बीते शनिवार को हुई बारिश ने लगभग 46 साल का रिकार्ड तोड़ा है। उन्नाव में दोपहर तीन बजे के बाद बारिश के साथ कई स्थानों पर ओलावृष्टि भी हुई। इस बीच बिजली गिरने से चार, पेड़ गिरने से दो और दीवार गिरने से एक की जान चली गई।
कन्नौज में आधा दर्जन लोग घायल, इटावा में छप्पर और खम्भे गिरे
बात करें अगर कन्नौज की, तो यहां आंधी-बारिश के चलते दीवार गिरने से चार, ओले की वजह से एक और आंधी में ट्रैक्टर पलटने से एक की मौत हो गई साथ ही आधा दर्जन लोग घायल हो गए। बता दें, बुंदेलखंड के बांदा में दोपहर बाद मौसम बदल गया और बारिश के साथ ओले भी गिरे।
इटावा की तरफ नजर घुमाई जाए तो यहां बीते शुक्रवार रात साढ़े आठ बजे आई आंधी-बारिश से कई घरों की दीवारें और छप्पर गिर गए। इसके साथ ही बिजली के एक दर्जन से ज्यादा खंभे टूटने से शहर की आपूर्ति व्यवस्था बंद हो गई। कई रास्ते पेड़ गिरने की वजह जाम हो गए।
उन्नाव में सबसे ज्यादा मौत, 8 लोगों की गई जान
बता दें कि बिगड़े मौसम ने उन्नाव में सबसे ज्यादा कहर बरपाया है, यहां आठ लोगों की मौत हो गयी। एडीएम राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सभी एसडीएम से जांचकर रिपोर्ट मांगी गई है। नुकसान का आकलन कर पीड़ित परिजनों को जल्द सहायता राशि दी जाएगी।
वहीं रायबरेली और कन्नौज में पांच-पांच, आगरा में तीन तथा लखनऊ, कानपुर, बांदा, फतेहपुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर तथा मैनपुरी में एक-एक व्यक्ति अपनी की जान गवानी पड़ी। वहीं आगरा में 10 पशुओं की मौत हो गई। तीन कच्चे मकान और एक झोपड़ी भी गिर गई। इसके आलावा मैनपुरी में 20 पशुओं के मरने की भी खबर मिली है।
टूटा रिकॉर्ड 57.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई
बता दें कि प्रदेश में 30 मई को 24 घंटे के दौरान रिकॉर्ड 57.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इससे पहले 28 मई,1959 को 24 घंटे के दौरान 57 मिलीमीटर बारिश हुई थी। राहत आयुक्त कार्यालय के मुताबिक आगरा, मैनपुरी, हाथरस, बरेली, पीलीभीत, कानपुर देहात, कानपुर नगर, औरैया, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, मुजफ्फरनगर, हरदोई में अधिक बारिश हुई है। वहीं कन्नौज में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई है। राहत आयुक्त ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि कहीं से भी किसी प्रकार की घटना की सूचना मिलने पर राहत टीम भेजी जाए, जिससे पीड़ितों की हर संभव मदद हो सके।
आफत ने ली 28 लोगों की जान, CM योगी ने किया मुआवजे का एलान
सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में आंधी-तूफान, बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से 28 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने से हुई जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सभी दिवंगत के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि तत्काल वितरित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने प्रभावितों को पूरी तत्परता से राहत पहुंचाने के साथ आपदा में घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं।