समाजवादी आन्दोलन जार्ज फर्नांडिस के बिना है अधूरा: बब्बू अवस्थी
जयंती पर याद किए गये समाजवादी योद्धा जॉर्ज फर्नांडिस
बाराबंकी (दिनेश): समाजवादी आंदोलन टुकड़ों में भले बंटा, पर जॉर्ज का संघर्ष कभी नहीं बंटा। जहां मजदूरों का शोषण होता वहां जार्ज मौजूद रहते। समाजवादी आन्दोलन जार्ज फर्नांडिस के बिना अधूरा है। वह आजाद हिन्दुस्तान की सियासत में पहली ऐसी शख्सियत है जिसे सारी दुनिया मजदूर नेता के रूप में जानती है। यह बात गाँधी भवन में समाजवादी योद्धा, पूर्व केंद्रीय मंत्री पद्म विभूषण जॉर्ज फर्नांडिस की 90वीं जयंती पर विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन उप्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रकाश अवस्थी ‘बब्बू‘ ने कही। इससे पहले श्री अवस्थी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए स्व जॉर्ज फर्नांडिस के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर गाँधी जयंती समारोह ट्रस्ट ने अवस्थी को जॉर्ज फर्नांडिस जनसेवा सम्मान से विभूषित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे गांधी जयन्ती समारोह ट्रस्ट के अध्यक्ष राजनाथ शर्मा ने कहा कि जॉर्ज फर्नांडिस जैसे राजनेता मरा नही करते बल्कि एक अनथक विद्रोही की तरह हमें प्रेरणा देते है।
जार्ज साहब के रिश्ते हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि बहुत से मुल्कों के हुकुमरानों से रहे है। वह मजदूरों, शोषितों और पीड़ितों की आवाज थे। जॉर्ज फर्नांडिस की जिंदादिली, संघर्ष, सत्याग्रह और लोकतंत्र सेनानी की भूमिका ने सर्वहारा समाज का प्रतिनिधित्व किया है। जॉर्ज साहब की सादगी और पहनावा भारतीय संस्कृति की पहचान थी।
समाजवादी चिंतक रिजवान रजा ने कहा कि जार्ज साहब ने ही देश में सरकारों के विरूद्ध आवाज उठाने की शुरूआत की। रेल हड़ताल, मुम्बई बंद, मजदूर आन्दोलन जैसे कई सत्याग्रह करके देश को नई दिशा प्रदान की। उनके द्वारा की गई रेल हड़ताल देश का सबसे एतिहासिक आन्दोलन रहा है।
वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार आलोक सिंह ने कहा कि देश में जब भी लोकतांत्रिक व्यवस्था का प्रतिकार होगा जॉर्ज साहब निश्चय ही सतत संघर्ष के भागीदार की भूमिका में हमारे प्रेरणादायी होंगे। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सपा नेता हुमायूँ नईम खान ने किया।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता सरदार राजा सिंह, समाजसेवी विनय कुमार सिंह, सत्यवान वर्मा, मृत्युंजय शर्मा, दिनेश कुमार निषाद, रवि प्रताप सिंह, मो शमीम, पी के सिंह, पाटेश्वरी प्रसाद ने जॉर्ज फर्नांडिस के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।