अखिलेश यादव ने जमकर भाजपा सरकार पर साधा निशाना
कहा, पीएम-सीएम कह रहे ये दिया, वो दिया, किसान और मजदूर ढूंढ़ रहे है कहां और क्या दिया
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। सपा मुखिया ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों और श्रमिकों को गुमराह करने के लिए घोषणाओं पर घोषणाएं कर रही है लेकिन उनका क्रियान्वयन कहीं होता नहीं दिखाई देता है। प्रधानमंत्री के एक भाषण सेे दूसरे भाषण तक उनकी सभी जिम्मेदारियां खत्म हो जाती है। उनकी आत्मनिर्भरता की बात में तो तनिक भी दम नहीं। यह उनके पांच साल पहले के तमाम वादों की कड़ी भर है। उनके मन की बात से तो यह लगता है कि हर कोई अब अपने जानमाल का खुद जिम्मेदार होगा। प्रदेश के मुख्यमंत्री भी कह रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश को बहुत कुछ दे दिया है किसान और मजदूर ढूंढ़ रहे है कहां है क्या दिया है? अपने पांवों पर खड़े होने में आर्थिक मदद देने के बजाय उसे और कर्जदार बनने के की साज़िश है। भाजपा सरकार ने लोगों को नीचा दिखाया है, प्रवासी श्रमिक सरकार से नाराज हैं।
कहा, कांग्रेस के दिखाए रास्ते पर ही चल रही भाजपा
अखिलेश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के दिखाए रास्ते पर चल रही है। ‘क्या प्राइवेट हैंड में खेती करने से किसानों को फायदा होता है? यहां तक कि एमएसपी पर वादा किया गया पैसा भी किसानों को नहीं दिया जाता है। समाजवादी पार्टी का का मानना है कि जिस तरह से कांग्रेस व्यापारियों की मदद कर रही थी, उसी तरह भाजपा भी उनकी मदद कर रही है। वे किसानों के बारे में परेशान नहीं हैं।
गन्ना किसान अभी भी अपने बकाया में चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जिस आर्थिक पैकेज की बात कह रही है, उसका लाभ जरुरतमंदों को नहीं मिला। अगर ऐसा नहीं है तो जब दुनिया में ‘विश्व साइकिल दिवस’ मनाया जा रहा था, एटलस कंपनी ने अपनी फैक्ट्री क्यों बंद कर दी। 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज के बावजूद आर्थिक व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। अगर एटलस फैक्ट्री बंद हो गई, तो उन्हें आर्थिक पैकेज का लाभ क्यों नहीं मिला?
कहा, शिवपाल यादव के सामने नहीं उतारेंगे प्रत्याशी
अखिलेश यादव ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी बसपा और कांग्रेस जैसे किसी भी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी। अखिलेश ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में जिन छोटे दलों से बातचीत चल रही है उनके साथ ही चुनाव लड़ा जाएगा।
उन्होंने चाचा शिवपाल सिंह यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के साथ गठबंधन पर खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन यह साफ़ किया कि समाजवादी पार्टी उनके खिलाफ जसवंतनगर सीट से प्रत्याशी नहीं उतारेगी। बता दें कुछ दिन पहले ही अखिलेश यादव के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने शिवपाल यादव की सदस्यता रद्द करने वाली याचिका वापस ले ली थी।