ज्ञान भंडार
ट्रेन से कटी प्रेग्नेंट पत्नी, पति बोलता रहा- शोर मत करो सो रही है
दस्तक टाइम्स/एजेंसी- मध्यप्रदेश : इंदौर. रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार शाम एक महिला इंदौर-जयपुर ट्रेन की चपेट में आ गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। महिला की पहचान 29 वर्षीय सरिता धाकड़ के रूप में हुई। सरिता के पति रघुवीर, देवर ब्रजमोहन और प्रीतम मौके पर पहुंचे। दोनों देवरों में वहीं मारपीट हो गई। देवर ने बताया भाभी प्रेग्नेंट थी। सरिता के भाई धर्मेंद्र सिंह ने बताया पति-पत्नी में तीन दिन से विवाद हो रहा था। इससे अनुमान है कि हादसे के पीछे यह भी वजह हो सकती है।
शव के पास भाई लड़े तो बोला- शोर मत करो, पत्नी सो रही है
इंदौर-जबलपुर ट्रेन की चपेट में आने से हुई महिला की मौत के मामले में कारण पारिवारिक हो सकता है। महिला का शव देख पति मानसिक संतुलन खो बैठे और बोलते रहे कि वे सो रही है,
जबकि दोनों देवर मारपीट करते रहे। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से स्थिति संभाली और तीनों को वाहन में बैठाया। डर था कि उनमें से कोई फिर ट्रेन के सामने न कूद पड़े।
जबकि दोनों देवर मारपीट करते रहे। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से स्थिति संभाली और तीनों को वाहन में बैठाया। डर था कि उनमें से कोई फिर ट्रेन के सामने न कूद पड़े।
सरिता का शव प्लैटफॉर्म पर रखा था। वहां देवर प्रतीम और ब्रजमोहन फूट-फूटकर रोते रहे जबकि रघुवीर मुंह पर हाथ रखकर बैठ गए। थोड़ी देर बाद अचानक प्रीतम ने ब्रजमोहन को सिर पर जोरदार लात मारी और बोले तू कहां था जब यह कट गई, तेरे से कहा था भाभी का ध्यान रखना। इसके बाद दोनों में मारपीट करने लगे। इसके बाद रघुवीर कहने लगे कि वो सो रही है तुम लोग झगड़ा मत करो। फिर पुलिस ने शव के फोटो लेने के लिए ऊपर से चुन्नी हटाई तो सरिता का हाथ कंधे से अलग नजर आया। यह देख पति कहने लगा कि इसे तो चोट लग गई है और वह बदहवास हो गया। पुलिस जवानों ने जैसे-तैसे उसे संभाला और उठाकर पुलिस वाहन में पहुंचाया। वहां से वह कहने लगा कि मेरी पत्नी प्लैटफॉर्म पर अकेली खड़ी है उसके पास मुझे जाना है। पुलिस ने दोनों देवरों को भी वाहन में बंद किया तो वे घूंसा मारकर गेट तोड़ने की कोशिश करने लगे। ब्रजमोहन ने खिड़की से कूदने की कोशिश की। बमुश्किल उन्हें संभाला गया। पुलिस ने उसी वाहन में सरिता का शव रखा और उन्हें थाने ले गए।
तीन दिन से हो रहा था झगड़ा
थाने पर भी रघुवीर यही बोलते रहे कि सरिता जीप में सो रही है। ब्रजमोहन ने बताया सरिता की शादी को आठ साल हो चुके हैं। रघुवीर का सॉफ्टवेयर का काम है। वे सभी जनता क्वार्टर में रहते हैं। सरिता की एक चार साल की बच्ची जाह्नवी है और वह गर्भवती थी। दिन में वे घर से बोलकर निकली थी कि मैं विदिशा जा रही हूं, बच्ची को संभालना। पता नहीं कैसे हादसा हो गया। भास्कर ने सरिता के भाई एडवोकेट धर्मेंद्र सिंह धाकड़ से बात की तो उन्होंने बताया वे सोमनाथ में हैं। घटना की खबर मिलने पर अब इंदौर के लिए निकले हैं। दंपती में तीन दिन से झगड़ा हो रहा था। वे इससे ज्यादा कुछ नहीं जानते।
हादसा है या आत्महत्या?
घटना को लेकर विवाद की बात सामने आई है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि घटना हादसा है या आत्महत्या। शनिवार को परिजन के आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।