लॉकडाउन में मेट्रो को हुआ 500 करोड़ से अधिक का नुकसान, उबरने के लिए विकल्प तलाश रहा है DMRC
नई दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान पिछले 100 से अधिक दिनों से सेवाएं बंद होने की वजह से मेट्रो को 500 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है। इससे पहले रोजाना 30 लाख से अधिक लोग यात्रा कर रहे थे। ऐसे में मेट्रो को दोबारा पटरी पर लौटने पर भी नुकसान से जूझना पड़ेगा। इससे उबरने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) तमाम विकल्पों पर भी विचार कर रहा है।
मेट्रो में प्रति यात्री द्वारा टिकट के मद में दिए जाने वाले 17 रुपये का भी आकलन किया जाए तो रोजाना करीब पांच करोड़ से अधिक का नुकसान हो रहा है। 100 दिन के बाद नुकसान का आंकड़ा 510 करोड़ से भी अधिक का हो रहा है।
हालांकि इसके अलावा मेंटेनेंस, वेतन, परियोजनाओं पर खर्च सहित अन्य मदों को शामिल किया जाए तो नुकसान का आंकड़ा काफी हो जाएगा। मेट्रो सेवा दोबारा बहाल होने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग, सुरक्षा जांच, कार्ड से टिकटिंग, सैनिटाइजिंग डिस्पेंसर आदि मद में भी काफी खर्च होगा। जानकारों के मुताबिक मेट्रो दोबारा शुरू होने पर भी नुकसान से कैसे बचा जाए, इसके लिए आर्थिक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तमाम विकल्पों पर मंथन किया जा रहा है।