लखनऊ: कानपूर में आठ पुलिस वालों को मौत की नींद सुलाने वाला आज खुद भी मौत के घाट उतर गया जिसका शव इस समय कानपुर के हेलेट अस्पताल में ही रखा गया है। सूत्रों के अनुसार गैंगस्टर विकास दुबे का पोस्टमार्टम के साथ ही विकास का कोरोना टेस्ट भी किया जायेगा।
आपको बता दें कि अभी तक विकास दुबे के परिवार का कोई भी सदस्य अस्पताल नहीं पहुंचा है दुबे की मां सरला दुबे लखनऊ में है, लेकिन उन्होंने मीडिया कर्मियों से मिलने से मना कर दिया है। कृष्णा नगर क्षेत्र में लखनऊ आवास के बाहर कई पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है।
पहले ही विकास दुबे का भाई दीप प्रकाश दुबे फरार है। विकास की पत्नी ऋचा दुबे और बेटे को एसटीएफ अपने साथ ले गई थी और दोनों कानपुर में पुलिस लाइन में हैं।
कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार ने बताया, ‘‘ तेज बारिश हो रही थी । पुलिस ने गाड़ी तेज भगाने की कोशिश की जिससे वह डिवाइडर से टकराकर पलट गयी और उसमें बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गये। उसी मौके का फायदा उठाकर दुबे ने पुलिस के एक जवान की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की और कुछ दूर भाग भी गया। तभी पीछे से एस्कार्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा। हमारे जवान उसे अस्पताल लेकर गये जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।’’
इससे पहले कानपुर के एडीजी जेएन सिंह ने बताया था कि पुलिस और एसटीएफ की गाड़ियां विकास को उज्जैन से लेकर आ रही थी, तभी अचानक एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। उसमें बैठे विकास दुबे ने भागने की कोशिश की जिसके बाद पुलिस मुठभेड़ हुई और वह घायल हो गया। हादसे के बाद दुबे ने एक एसटीएफकर्मी की पिस्तौल छीन ली और भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उसे घेर लिया और दोनों तरफ से हुयी गोलीबारी में वह घायल हो गया । जिसके बाद विकास को तुरंत हैलट अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।