बिहार में नेपाली नागरिकों ने उखाड़ा बॉर्डर पिलर
पटना : नेपाली नागरिकों ने बिहार के पश्चिम चंपारण जिला अंतर्गत भिखनाठोड़ी में सीता गुफा के पास भारतीय जमीन पर नया दावा ठोंक दिया है। मामला नेपाल के मंत्रियों व वहां के पुलिस-प्रशासन की मौजूदगी में नेपाली नागरिकों द्वारा एक सीमा पिलर को उखाड़ फेंकने का है। स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी प्रशासन व सशस्त्र सीमा बल को दी।
एसएसबी के जवान सीमा पर अलर्ट हैं। गौरतलब है कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भगवान श्रीराम को नेपाल का बताते हुए यह भी कह दिया था कि असली अयोध्या नेपाल में है। उन्होंने भारत की अयोध्या को नकली करार दिया था। ओली के बयान पर गौर करें तो उसके अनुसार ठोड़ी से लेकर वाल्मीकिनगर के वाल्मीकि आश्रम तक अयोध्या थी। उनके इस बयान से सद्भाव बिगड़ा है। इस बयान का नेपाल में भी विरोध हुआ था, लेकिन कुछ नेपाली नागरिक इसका समर्थन करने हुए भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भगवान राम से जुड़े स्थलों पर दावा करने लगे हैं।
इसी कड़ी में कुछ नेपाली नागरिकों ने पश्चिम चंपारण के भिखनाठोड़ी में सीमा पर लगे 436 नंबर पिलर को उखाड़ दिया। भिखनाठोरी सीमा के पिलर संख्या 436 के पास नो मेंस लैंड पर स्थित सीता गुफा में बीते तीन दिनों से नेपाली नागरिक पूजा करने आ रहे थे। बहाना रामजन्म भूमि की खोज का था। इसी क्रम में शनिवार को सैकड़ों की संख्या में नेपाल के ठोरी क्षेत्र के नागरिक पहुंचे। उनके साथ नेपाल के पर्सा जिले के प्रदेश नंबर दो के मंत्री भी आए। साथ में नेपाल के अधिकारी भी थे। नेपाली पुलिस भी थी। चार घंटे तक वहां मेले का दृश्य रहा। सबने पूजा-अर्चना की। लेकिन जाते वक्त नेपाली नागरिकों ने सीमा पर लगे पिलर संख्या 436 को उखाड़कर फेंक दिया। घटना की जानकारी मिलने पर आक्रोशित भारतीय ना्रगरिकों ने इसकी सूचना भिखनाठोरी स्थित एसएसबी 44वीं बटालियन और स्थानीय प्रशासन को दी। इस बाबत एसएसबी के प्रभारी कमांडेंट एके सिंह ने बताया कि बीओपी में तैनात इंस्पेक्टर प्रीतम कुमार जवानों के साथ घटना-स्थल पर पहुंचे। सहायक सेनानायक शैलेश कुमार सिंह भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।