अहमदाबाद : कोरोना महामारी के प्रतिकूल प्रभावों के बावजूद पश्चिम रेलवे को पार्सल विशेष गाड़ियों के परिवहन से लगभग 24.81 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने रविवार को यहां बताया कि 23 मार्च से 17 जुलाई तक पश्चिम रेलवे ने 405 पार्सल विशेष गाड़ियों के माध्यम से 78,000 टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया, जिनमें कृषि उपज, दवाइयां, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
इस परिवहन के माध्यम से लगभग 24.81 करोड़ रुपये की आय हुई है। इस अवधि के दौरान 59 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिनमें 44 हज़ार टन से अधिक का भार था और इससे लगभग 7.66 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह 335 कोविड-19 विशेष पार्सल गाड़ियां लगभग 29 हजार टन भार के साथ विभिन्न आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए चलाई गईं, जिनके माध्यम से अर्जित राजस्व 14.79 करोड़ रुपये रहा। इनके अलावा 4700 टन भार वाले 11 इंडेंटेड रेक भी चलाये गये, जिनसे 2.36 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ।
लॉकडाउन अवधि के दौरान 22 मार्च से 17 जुलाई तक 190.09 लाख टन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मालगाड़ियों के कुल 9430 रेकों का उपयोग किया गया है। 18,508 मालगाड़ियों को अन्य ज़ोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया। प. रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से 18 जुलाई को दूध के एक रैक सहित तीन पार्सल विशेष ट्रेनें रवाना हुईं, जिनमें बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी और कांकरिया से कटक तक विशेष ट्रेनें शामिल हैं। दूध की एक विशेष ट्रेन पालनपुर से हिंद टर्मिनल के लिए रवाना हुई।