उमा भारती ने कहा-राम के काम में कैसा मुहूर्त
नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के अयोध्या में पांच अगस्त को राम मंदिर भूमि पूजन के मुहूर्त पर सवाल खड़ा करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने गुरुवार को कहा कि राम के काम में कैसा मुहूर्त। श्री सिंह ने पांच अगस्त को अयोध्या में राममंदिर के भूमि पूजन पर सवाल उठाते हुए ट्वीट किया,” मैं ज्योतिषाचार्य नहीं हूँ पर इतना अवश्य जानता हूँ कि श्री हरि विष्णु शयन काल में मंदिर निर्माण का मुहूर्त कोई विद्वान ब्राह्मण नहीं निकाल सकता, भगवान श्री राम हमारी आस्था के आधार हैं, इसलिए प्रत्येक कार्य विधि विधान से ‘शास्त्र’ सम्मत होना चाहिए ‘राजनैतिक’ दृष्टिकोण से नहीं।”
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री भारती ने एक चैनल के साथ बातचीत में कांग्रेस पर जमकर हमला किया और कहा कि पार्टी को भगवा से दिक्कत है। कांग्रेस नफरत का जहर फैलाती है और उसने धर्म के नाम पर देश का बंटवारा किया है। पार्टी ने हमेशा देश को बांटा है। इन लोगों को देश में शांति बर्दाश्त नहीं है। भाजपा नेता ने कहा,’राम के काम में मुहूर्त कैसा।’ राम मंदिर के भूमि पूजन में अयोध्या जाने पर सुश्री उमा भारती ने कहा अयोध्या जाना महत्व नहीं रखता है और मंदिर बनने से अच्छा कुछ हो नहीं सकता है। अयोध्या में राम मंदिर बनना मेरे जीवन का परम सौभाग्य है और प्राण जाये लेकिन मंदिर अंजाम तक जाये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों की मुरीद नजर आई सुश्री उमा भारती ने कहा ” पीएम के हाथ भूमि पूजन होना खुशी की बात है।” उन्होंने कहा संतों को मुहूर्त को लेकर बात नहीं करनी चाहिए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर हमलावर भाजपा नेता ने कहा कि दोनों अपना अस्तित्व खो चुके हैं।
गौरतलब है कि रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान श्री पवार ने राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने की प्रस्तावित तिथि के बारे में मीडिया के सवाल पर कहा था कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना वायरस महामारी का उन्मूलन करने में मदद मिलेगी। श्री गांधी कोरोना, चीन और अर्थव्यवस्था जैसे मामलों पर ट्विटर के जरिये प्रधानमंत्री पर लगातार हमलावर बने हुए हैं। बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले की मुख्य आरोपियों में से एक उमा भारती ने हाल ही में इस मुकदमे में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष अपने बयान दर्ज कराये हैं।