व्यापारी की कोरोना से मौत, लोकबंधु अस्पताल में जमकर तोडफ़ोड़
लखनऊ, 27 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो) : राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज देने का दावा खोखला साबित हो रहा है। लोकबंधु अस्पताल में रविवार की देर रात संक्रमित अमीनाबाद मोहन मार्केट के व्यापारी की मौत हो गई। पॉजिटिव आने के बाद व्यापारी को लोकबंधु में भर्ती कराया गया था। वहीं परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में जमकर हंगामा करते हुए अस्पताल में तोड़-फोड़ कर दिया। परिजनों ने अपना सारा गुस्सा मौके पर मौजूद स्टॉफ पर निकाला। करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा चलता रहा।
सूचना पर पहुंची पुलिस के समझाने के बाद नाराज परिजन शांत हुए। लोकबंधु अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव मरीज पहले से भर्ती था। देर रात उसकी हालत खराब हो गई। उसे आईसीयू में रखा गया था। डॉक्टरों के मुताबिक, कई ऑर्गन फेल्योर होने के कारण मरीज को नहीं बचाया जा सका। इतना सुनते ही परिजन आक्रोशित हो गए। मृतक बेटे का आरोप है, कि आईसीयू में डॉक्टर व नर्स नदारद थे। जिसकी वजह से उनके पिता को सही और समय पर इलाज नहीं मिला और उन्होंने दम तोड़ दिया।
मरने के बाद भी ऑक्सीजन देते रहने का आरोप
उन्होंने कहा, कि पापा के मरने के बाद भी डॉक्टर उन्हें ऑक्सीजन देते रहे। जिससे परिवार वालों को यह बताया जा सके कि उनकी अभी मौत नहीं हुई है। कुछ घंटों बाद जब एंबुलेंस आयी। एंबुलेंस में शिफ्ट करते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत्यु घोषित कर दिया और मौके से फरार हो गए। डॉक्टरों ने बताया, कि मरीज की हालत पहले से ही नाजुक थी। हमने रात में ही उसे रेफर करने के लिए कहा था। दोपहर में उसे शिफ्ट किया जा रहा था। यहां तक एएलएस एंबुलेंस तक आ गई थी लेकिन शिफ्ट किये जाने से पहले ही उसकी मौत हो गई। कई ऑर्गन फेल होने के साथ ही कोरोना पॉजिटिव होने के कारण मरीज की जान दूसरी जगह भी बचना मुश्किल ही था। उनके परिजनों को भी सुबह ही बता दिया गया था। इसके बाद भी अस्पताल में तोडफोड़ और हंगामा किया गया। तोडफोड़ शांत होने के बाद हेल्थ वर्कर लाश को बॉडी कवर में डालने से भी घबरा रहे थे। इसके बाद सीनियर डॉक्टर रूपेंद्र कुमार ने पीपीई किट पहनकर खुद बॉडी पैक की। इसके बाद वह एक के सहयोग से बॉडी को एंबुलेंस में रख रहे थे। बॉडी का वजन ज्यादा होने के कारण अचानक लडखड़ा गए तो एक हेल्थ वर्कर जिसने पीपीई किट नहीं पहनी थी उसने तुरंत आकर बॉडी संभाली। ऐसे में वो भी बॉडी के संपर्क में आ गया इसके चलते उसे बाद में क्वारंटीन किया गया। वहीं बॉडी को उठाने के दौरान एक कर्मचारी गर्मी के कारण बेहोश हो गया। इसके बाद पीपीई किट उतारकर उसे फस्र्ट एड दिया।