आखिर पकड़ा गया दुर्दांत हत्यारा डॉ. डेथ
सौ लोगों की बेरहमी से कर चुका है हत्या
नई दिल्ली : दुर्दांत हत्यारे डॉ. देवेंद्र शर्मा उर्फ डॉ. डेथ को पुलिस की अपराध शाखा नारकोटिक्स सेल ने बुधवार को बापरौला से गिरफ्तार किया है। गौरतलब है कि डा. डेथ ने 11 वर्ष तक राजस्थान के जयपुर में क्लीनिक चलाया। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और अमरोहा में दो फर्जी गैस एजेंसियों के संचालन मामले में गिरफ्तार हुआ। दस वर्ष तक किडनी रैकेट से जुड़ा रहा। 2004 में हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार हुआ। वह दावा करता है कि वह अब तक दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में 100 से अधिक ट्रक और टैक्सी चालकों की हत्या कर चुका है और 100 कत्ल के बाद उसने गिनती करना छोड़ दिया। हत्या के बाद शवों को उत्तर प्रदेश के कासगंज की हजारा कैनाल में बहा देता और टैक्सी को कासगंज में या मेरठ में बेच देता। पुलिस ने उसे डॉक्टर डेथ, सीरियल किलर और हरियाणा का सबसे बड़ा जल्लाद नाम दिया है। राजस्थान की जयपुर पुलिस को इसकी पैरोल जंपिंग मामले में तलाश थी।
अपराध शाखा के डीसीपी डॉ. राकेश पावरिया के अनुसार, नारकोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर राममनोहर को 28 जुलाई को सूचना मिली कि हत्या में उम्रकैद काट रहा सीरियल किलर देवेंद्र कुमार शर्मा जनवरी 2020 में पैरोल जंप कर गया था और दिल्ली के बापरौला में छिपकर रह रहा है। उनकी देखरेख में एसआई श्याम बिहारी सरन, हवलदार अशोक नागर, संजय, सिपाही सुमित व सुनील की टीम ने डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा (62) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक, एक विधवा से शादी कर वह यहां छिपकर रह रहा था। इसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। दिल्ली पुलिस ने जयपुर पुलिस सें संपर्क साधा और इसके बारे में जानकारी ली तो उसने सच उगल दिया। जयपुर पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है।
डॉ. देवेंद्र शर्मा की डिग्री बीएएमएस है, मगर वह किडनी निकालने व ट्रांसप्लॉट करने के लिए सर्जरी करता था। जयपुर पुलिस सीरियल किलर को लेने दिल्ली आएगी। बताते चलें कि वह ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर उनके शव को कासगंज स्थित हजारा नहर में मगरमच्छों के लिए फेंक देता था ताकि कोई सुबूत न मिले। गाड़ियों को कासगंज में बेच देता था या फिर मेरठ में कटवा देता था। एक टैक्सी के बिकने या कटने पर डॉक्टर को 20 से 25 हजार रुपये मिलते थे।