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राजस्थान: लैंडिंग के नाम पर प्रियंका गांधी सहित कई हस्तियों से लाखों की वसूली

priyanka-gandhi_144624683दस्तक टाइम्स/एजेंसी- राजस्थान:
जयपुर. अवैध वसूली का शिकार अब तक तो आम जनता ही बनती थी, लेकिन सरकारी अफसरों ने नेताओं और दूसरी बड़ी हस्तियों को भी नहीं छोड़ा। जिस हवाई पट्टी पर लैंडिंग के लिए 10 हजार रुपए की फीस तय है, उसी पर फैसिलिटीज देने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए तक वसूल डाले। जिन लोगों से लाखों रुपए की अवैध वसूली हुई, उनमें कांग्रेस प्रेसिडेंट सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी और सांसद केडी सिंह सहित कई बड़े नाम शामिल हैं।
 
सबसे ज्यादा वसूली सवाई माधोपुर में, यहीं आती हैं प्रियंका
सबसे ज्यादा अवैध वसूली की शिकायतें सवाई माधोपुर से ही आई हैं, जहां प्रियंका गांधी साल में तीन-चार बार आती ही हैं। ऐसे में, अकेले प्रियंका से ही अफसरों ने लाखों रुपए सालाना वसूल लिए। अब सिक्युरिटी के नाम पर ज्यादा वसूली करने वाले सवाई माधोपुर एसपी को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है।
 
तय फीस 10 हजार रुपए से ज्यादा नहीं
प्रदेश की 17 हवाई पट्टियों पर वैसे तो प्लेन लैंडिंग फ्री है, लेकिन टोकन मनी जमा करानी होती है। सरकार ने 2009 में इस बारे में गाइडलाइन भी तय कर दी थी। इसके तहत टोकन मनी के रूप में एंबुलेंस सर्विस के दो हजार, फायर ब्रिगेड के दो हजार, सफाई के 1000 और सिक्युरिटी के लिए 5000 रुपए लिए जाते हैं। इस तरह प्राइवेट चार्टर प्लेन से 10 हजार रुपए फीस लिया जाना तय है। लेकिन वीआईपी-टूरिस्ट्स से लाखों रुपए वसूल लिए गए।
 
17 पटि्टयां, सब पर गफलत
प्रदेश में सवाई माधोपुर, भरतपुर, झालावाड़, बांसवाड़ा, हमीरगढ़ (भीलवाड़ा), सिरोही, आबू रोड, जालोर, फलोदी, नागौर, झुंझुनूं, पडिहारान-रतनगढ़, गंगानगर-लालगढ़, थानागाजी-अलवर, सीकर, सोजत-पाली सहित कुल 17 हवाई पटिट्यां हैं। टूरिस्ट रूट से जुड़ी कई हवाई पट्टियों पर सालाना सैकड़ों टूरिस्ट्स-वीआईपी आते हैं। ऐसे में, इन सभी हवाई पटि्टयों की जांच हुई तो अवैध वसूली का कुल आंकड़ा करोड़ों रुपए तक जा सकता है।
 
एसीबी कर सकती है जांच
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में एसीबी से जांच कराई जा सकती है। जांच में सामने आएगा कि जो रकम ज्यादा वसूली गई, वह सरकारी खजाने में जमा हुई या अफसरों की जेब में गई। शिकायतों के साथ सरकार के पास एयरलाइन्स कंपनियों ने जो रसीदें पेश की हैं, उनमें भी कई में सील नहीं है तो कई में अफसरों के सिग्नेचर ही गायब हैं।
 
सीएम तक पहुंची शिकायत, अफसरों से होगी वसूली
अवैध वसूली की शिकायत अब मुख्यमंत्री तक पहुंचने के बाद प्रदेश भर के कलेक्टरों को सर्कुलर भेजा गया है। कलेक्टरों से कहा गया है कि जिन अफसरों ने यह अवैध वसूली की है, उनकी पहचान की जाए। अवैध रूप से उगाहा गया पैसा उनसे वसूल करें। सिविल एविएशन डिपार्टमेंट के डायरेक्टर केसरी सिंह के अनुसार, पिछले दिनों राज्यसभा सांसद केडी सिंह ने 1.20 लाख रुपए वसूलने की शिकायत की थी। सरकार ने बार-बार तय राशि लेने को कहा, लेकिन अफसर नहीं मानते। फीस से ज्यादा वसूली की शिकायतें दो साल में सरकार को कई बार मिलीं। इस मामले में कलेक्टरों को चार बार पहले भी रिमाइंडर जारी किए जा चुके हैं। हर बार सरकार ने तय फीस का हवाला भी दिया। अब सरकार ने कलेक्टरों को साफ कहा है कि ऐसे अफसरों की पहचान की जाए जिन्होंने अवैध वसूली की। अब उनसे ही यह पैसा वसूल किया जाएगा।
 
कलेक्टर्स को सर्कुलर जारी
 
 सभी कलेक्टर्स को सर्कुलर जारी किया गया है। सवाई माधोपुर एसपी को नोटिस देकर अवैध वसूली गई रकम जमा कराने को कहा गया है।

 

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