नकली किताबों के गोरखधंधे में संलिप्त नेताओं को पढ़ाए नैतिक शिक्षा का पाठ: अखिलेश
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मेरठ में 35 करोड़ रुपये की कीमत की एनसीईआरटी की नकली किताबें बरामद होने के मामले में भाजपा पर तंज कसा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को ट्वीट किया कि शिक्षा-नीति में बदलाव करने वाली भाजपा पहले अपने उन नेताओं को नैतिक-शिक्षा के पाठ पढ़ाए जो करोड़ों रुपये के ‘नकली किताबों’ के गोरखधंधे में संलिप्त हैं। उन्होंने तंज कसा कि नकली ईमानदारी का चोगा ओढ़े लोगों का सच अब सामने आ गया है।
शिक्षा-नीति में बदलाव करनेवाली भाजपा पहले अपने उन नेताओं को नैतिक-शिक्षा के पाठ पढ़ाए जो करोड़ों रूपये के ‘नकली किताबों’ के गोरखधंधे में संलिप्त हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2020
नक़ली ईमानदारी का चोगा ओढ़े लोगों का सच अब सामने आ गया है.
उल्लेखनीय है कि मेरठ जनपद में शुक्रवार को एसटीएफ और परतापुर पुलिस ने अवैध तरीके से किताबें छापकर बाजार में बेचने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। टीम ने सचिन गुप्ता के गोदाम और भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष संजीव गुप्ता की प्रिंटिंग प्रेस में छापा मारा। दोनों स्थानों से भारी मात्रा में एनसीईआरटी, एनसीईएलटी, निजी प्रकाशकों के नाम से किताबें, प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें और प्रिंटिंग प्रेस की छह आधुनिक मशीनें बरामद कीं। बरामद किताबों व छह आधुनिक मशीनों की कीमत लगभग 35 करोड़ रुपये है। मौके से 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। शिक्षा विभाग और एनसीईआरटी के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है।
वर्तमान सरकार में संस्कृत विद्यालयों की निरंतर उपेक्षा के कारण अब भाजपा सरकार द्वारा इनके बंद करने का निर्णय लिया जा रहा है. सरकार इनमें अध्यापनरत प्रकांड विद्वानों एवं अध्ययनरत विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए मानवीय आधार पर उनका निकटस्थ विद्यालयों में समुचित समायोजन करे.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 22, 2020