कोरोना वैक्सीन ‘स्पूतनिक-5’ को लेकर भारत और रूस के बीच शुरू हुई वार्ता
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, रूस ने दी शुरुआती जानकारी, विस्तृत जानकारी का है इंतजार
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग को जीतने के लिए वैक्सीन के निर्माण को लेकर देश में हलचल तेज हो चली है। विश्व में कोरोना की पहली वैक्सीन बनाने वाले रूस ने अपनी वैक्सीन स्पूतनिक-5 को लेकर भारत से संपर्क किया है। दोनों देशों के बीच वैक्सीन के उत्पादन को लेकर बात हुई है।
मंगलवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि रूस ने स्पूतनिक-5 के उत्पादन को लेकर संपर्क किया है। दोनों देशों के बीच इस मामले में बात भी हुई है। उन्होंने कहा कि रूस ने शुरुआती जानकारियां दी है और अब उनसे विस्तृत जानकारी मांगी गई है, जिसका इंतजार है। वहीं, वैक्सीन उत्पादन को लेकर रूस ने लैटिन अमेरिका, एशिया और पश्चिम एशिया के कई देशों के साथ भी संपर्क में है। चूंकि भारत में विश्व का 60 प्रतिशत वैक्सीन उत्पादन होता है, इसलिए रूस ने भारत के साथ भी संपर्क किया है।
देश की तीन वैक्सीनों पर चल रहा है तेजी से ट्रायल
देश में ही बन रहे तीन वैक्सीनों पर भी तेजी से काम चल रहा है। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन का ट्रायल दूसरे और तीसरे चरण में है। वहीं भारत बायोटेक ने 375 लोगों पर पहले चरण का ट्रायल पूरा कर लिया है। अब दूसरा चरण 1700 लोगों के साथ जल्द शुरू होगा। जायडस कैडिला वैक्सीन ने भी मानव ट्रायल का पहला चरण पूरा कर लिया है। अब दूसरे चरण के ट्रायल का काम शुरू होगा।