एसजीपीजीआई के राजधानी कोरोना हास्पिटल के मरीजों की रिकवरी दर अगस्त में 87 प्रतिशत
लखनऊ। संजय गांधी स्नात्कोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में राजधानी कोरोना हास्पिटल को राष्ट्रीय स्तर के डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में विकसित किया गया है।
प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के मुताबिक एसजीपीजीआई के राजधानी कोरोना हास्पिटल में स्थापित 210 बेड में 120 आईसीयू में बेड क्रियाशील हैं। यहां डॉक्टरों एवं अन्य स्टाफ की डेडीकेटेड टीम 24 घण्टे अपनी सेवाएं दे रहे हैं और मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही है।
राजधानी कोरोना हास्पिटल के मरीजों की रिकवरी दर बढ़ी है। यहां अप्रैल में रिकवरी दर 67 प्रतिशत, मई में 91 प्रतिशत, जून में 78.5 प्रतिशत, जुलाई में 89 प्रतिशत व अगस्त में 87 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि यहां डायलिसिस एवं ऑपरेशन थियेटर की व्यवस्था के साथ ही रेमडेजिविर दवा एवं प्लाज्मा थैरेपी भी दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि यहां पर कुल 10 डायलिसिस मशीनें क्रियाशील हैं, जिससे प्रतिदिन लगभग 10-12 मरीजों की डायलिसिस की जा रही है। मार्च से अब तक लगभग 450 लोगों की डायलिसिस की गयी है। उन्होंने बताया कि यहां पर 90 वर्ष की आयु वर्ग से लेकर एक वर्ष से कम आयु वर्ग के मरीज इलाज के उपरांत पूर्णतया स्वस्थ्य होकर अपने घर जा चुके है।