उप्र ने अब एक दिन में 1.46 लाख कोरोना नमूनों की जांच का बनाया रिकॉर्ड
लखनऊ: प्रदेश में कोरोना के तेजी से प्रसार के बीच प्रतिदिन होने वाली जांच के मामले में उत्तर प्रदेश ने एक और उपलब्धि हासिल की है। राज्य ने एक दिन में रिकार्ड 1.46 लाख कोरोना जांच का आंकड़ा छुआ है।
प्रदेश सरकार के मुताबिक मंगलवार को कोरोना के 1,46,000 हजार टेस्ट किए गए। यह एक दिन में की जाने वाली अभी तक की सर्वाधिक जांच है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को बैठक में इस पर संतोष जताते हुए टेस्टिंग क्षमता को शीघ्र बढ़ाकर 1.50 लाख टेस्ट प्रतिदिन किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए इस कार्य में वृद्धि के प्रयास निरन्तर जारी रखे जाएं।
उत्तर प्रदेश प्रतिदिन होने वाली कोरोना जांच से लेकर कुल जांच के मामले में लगातार अपने खाते में नई उपलब्धियां जोड़ रहा है। राज्य में अब कुल जांच का आंकड़ा 49 लाख के पार पहुंच गया है और अब उत्तर प्रदेश 50 लाख कोरोना नमूनों की जांच करने वाला राज्य बनने वाला है। इससे पहले विगत 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश कुल 40 लाख कोरोना नमूनों की जांच करने वाला देश का पहला राज्य बना था।
प्रदेश में बेहतर इलाज की बदौलत कोरोना मरीजों की रिकवरी की दर भी लगातार बेहतर होती जा रही है। अब तक लगभग डेढ़ लाख मरीज स्वस्थ होकर डिस्जार्च किए जा चुके हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक राज्य में मरीजों के तेजी से ठीक होने के फलस्वरूप रिकवरी का प्रतिशत और बढ़कर 73 प्रतिशत के पार पहुंच गया है। राज्य में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के कार्य में व्यापक सुधार होने की बदौलत बेहतर नतीजे देखने को मिले हैं। 29,213 संक्रमित व्यक्तियों के 1,04,488 हाई रिस्क कॉन्टेक्ट्स को टीम के द्वारा कॉन्टेक्ट किया गया। इनमें से 97,422 लोगों के कोरोना सैम्पल लिए गए हैं, जो 93.2 प्रतिशत है।
इसके साथ ही राज्य में केस फैटेलिटी रेट (सीएफआर) यानी कोरोना के कुल मामलों में मृत्यु दर लगातार घटकर 1.55 प्रतिशत हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि सभी चिकित्सालयों में प्रिवेंटेबल डेथ को रोकने के लिए जो भी दवा, उपकरण व ट्रेनिंग आवश्यक हो, उसकी पूर्ति कराकर प्रिवेंटेबल डेथ को जरूर रोका जाए।