प्रयागराज में गंगा व यमुना उफान पर
प्रयागराज : यमुना (Yamuna) का प्रवाह बढ़ने और गंगा (Ganga) का प्रवाह रूकने के कारण बख्शीबांध स्थित अल्लापुर से गंगा में पानी बहाने वाला नाला (स्लूज गेट) बंद कर दिया गया है। विगत 24 घंटे के दौरान दोनो नदियों का जलस्तर क्रमश: 57 और 63 सेंटीमीटर बढ़ गया है। बक्शीबांध का स्लूज गेट बंद होने के बाद कछारी इलाकों के मुहल्लों में खलबली मच गयी है। गंगा के तटीय क्षेत्रों में रहने वाले कछार में फैलते गंगा के पानी पर निगरानी कर रहे हैं। सलोरी, छोटा बाघड़ा, शंकरघाट इलाके में भी जलस्तर (Water level) बढ़ने लोग परेशान (worried) नजर आने लगे हैं।
देर रात माताटीला बैराज का पाली नैनी में पहुंचने से यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद गंगा का प्रवाह बाधित हो गया। मेजा में टोंस नदी का जलस्तर बढ़ने से छतनाग में गंगा का प्रवाह बाधित हो रहा है। मेजा (Meja) में टोंस नदी (Tones River) का जलस्तर बढने के बाद छतनाग के आगे गंगा का प्रवाह रूकने से संगम क्षेत्र (Sangam area) में तेजी से पानी फैल रहा है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को 12 बजे गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 80.12 मीटर, छतनाग 79.01 और यमुना 79.61 मीटर दर्ज किया गया है। जबकि गुरूवार को इसी समय फाफामऊ (Phaphamau) में गंगा जलस्तर 79.79 मीटर, छतनाग 78.44 और नैनी में यमुना 79.01 मीटर दर्ज किया गया था।
आंकडों के अनुसार गुरूवार की तुलना में फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 33 सेंटीमीटर, छतनाग में 57 सेंटीमीटर और यमुना में 63 सेंटीमीटर की वृद्धी हुई है। दोनों नदियों का जलस्तर प्रतिदिन (daily) खतरे के निशान की ओर बढ़ता जा रहा है लेकिन खतरे का निशन 84.73 मीटर से अभी बहुत नीचे हैं।