अखिलेश का शायराना अंदाज, बोले-कभी-कभी यूं भी रखी जाती है ‘इंसाफ’ की आबरू
लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि कभी-कभी यूं भी रखी जाती है ‘इंसाफ’ की आबरू.. हिफाजत में रख लिए जाएं कुछ फैसलों के फैसले।
अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जिस प्रकार देशभर के परीक्षार्थियों ने अपनी ‘नापसंदगी’ दर्शाकर अपना रोष दर्ज किया है, उसने साफ कर दिया है कि चिंतित युवा और अभिभावक भी चाहते हैं कि सत्ताधारी अपना दंभ त्यागकर परिवारवालों की मांग सुनें। याद रहे पलटे हुए अंगूठे सत्ता भी पलट देते हैं। ये जनतंत्र हैय मनतंत्र नहीं।
एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा कि उप्र में कोरोना के बदतर होते हुए हालतों की वजह से सरकार को अपने अधिकारियों-कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए उन्हें सप्ताह में केवल 4 दिन ही बुलाना चाहिए व हल्के लक्षणवाले मरीजों को घर पर ही क्वारेंटाइन होने की अनुमति देनी चाहिए, जिससे गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल में जगह कम न पड़े।
कोरोनाकाल में परीक्षा कराने के विरोध में सड़कों पर उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नहीं ‘ख़ूनी हमला’ हुआ है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 31, 2020
आज बाल-बच्चोंवाला हर परिवार चिंतित है. सबका साथ का दावा करनेवाले अकेले लोगों की मनमानी कब तक चलेगी. #StudentLivesMatter#JEENEET@PTI_News@ANI
@HSnewsLive pic.twitter.com/G6LPNpOiZK
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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच नीट परीक्षा के आयोजन को लेकर विपक्षियों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में सोमवार को समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता लखनऊ में राजभवन के पास विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे।
इस कड़ी में आज भी समाजवादी छात्र सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं का दल राजभवन प्रदर्शन करने जा रहा था। जिसे पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। लेकिन कार्यकर्ता राजभवन जाने पर अड़े रहे । इसी में पुलिस से नोकझोंक बढ़ गई। इसपर पुलिस ने इन कार्यकर्ताओं पर बल प्रयोग किया। बाद में इन कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार करके इको गार्डन ले गई है।
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