महाराष्ट्र में गिरी इमारत में मौत का आंकड़ा 35 पहुंचा, 15 बच्चे भी शामिल
राहत बचाव कार्य जारी
मुम्बई : महाराष्ट्र के भिवंडी शहर में दुर्घटनाग्रस्त हुई इमारत के मलबे से रात भर में और 10 शव बरामद किए गए। घटना के 48 घंटों के बाद भी राहत बचाव कार्य जारी है। दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 35 तक पहुंच गई है। यह जानकारी अधिकारियों ने बुधवार को दी। इस मानसून के सीजन में मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में मौतों के मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी दुर्घटना है। भिवंडी-निजामपुर नगर निगम (बीएनएमसी) के एक अधिकारी ने कहा, घटना में पांच शिशुओं के साथ 15 साल की कम उम्र के 10 अन्य किशोर व किशोरी मारे गए हैं, वहीं मरने वालों में 9 महिला व 11 पुरुष भी शामिल हैं। इसके अलावा, नारपोली के पटेल कंपाउंड में चार दशक पुरानी जिलानी इमारत से अब तक 25 लोगों को बचाया गया है।
इमारत सोमवार सुबह करीब 3.45 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी। घटना के दौरान सभी पीड़ित अपने घरों में सो रहे थे। स्थानीय बचाव दल और एनडीआरएफ के साथ-साथ डॉग स्क्वायड ने दो दर्जन से अधिक लोगों की जान बचाई, और करीब 10 अन्य घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बीएनएमसी ने सोमवार देर रात दुर्घटना के सिलसिले में दो सिविक अधिकारियों सुधम जाधव और दुधनाथ यादव को निलंबित कर दिया, वहीं नारपोली पुलिस ने बिल्डर सैयद अहमद जिलानी और अन्य के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया है।
राज्य के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने इमारत के दुर्घटनाग्रस्त होने के संबंध में जांच के आदेश दिए हैं और इससे पहले मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को मुफ्त चिकित्सा देने की घोषणा की थी। मंत्री ने कहा कि अल्पसंख्यक बहुल पावरलूम शहर में अन्य 102 इमारतों को ‘खतरनाक’ घोषित किया गया है और सभी निवासियों को एहतियात के तौर पर इमारतों से हटा दिया गया है। यह मुंबई मेट्रोपोलिटन रीजन (एमएमआर) में एक महीने से भी कम समय में इमारत गिरने की दूसरी बड़ी घटना है।