– मधेशी आंदोलन के कारण बिगड़े हालात
पटना : नेपाल में चल रहा मधेशी आंदोलन पिछले कुछ दिनों में बेहद उग्र हो गया है. इसके मद्देनजर राज्य के नौ सीमावर्ती जिलों में मौजूद लगभग 130 थानों को अलर्ट कर दिया गया है.
पुलिस महकमे ने सभी संबंधित थानों को नेपाल और उनके क्षेत्र में रोजाना की गतिविधि पर नजर रखने को कहा है. इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को भी रोजाना भेजने का निर्देश दिया गया है. पांच नवंबर (गुरुवार) को विधानसभा चुनाव को देखते हुए पांच जिलों मधुबनी, दरभंगा, अररिया, सुपौल और किशनगंज में खासतौर से सुरक्षा चौक-चौबंद कर दी गयी है.
इन जिलों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की अतिरिक्त 150 कंपनियां तैनात कर दी गयी हैं. इन सीमावर्ती जिलों में चुनाव और पड़ोसी देश में चल रहे उपद्रव के कारण हर तरह की तैयारी की गयी है.
पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, दरभंगा और पूर्णिया जिलों के 130 थानों को अलर्ट किया गया है. चुनाव और पड़ोस में हो रहे उपद्रव दोनों पर लगातार नजर रखने को कहा गया.
नौ जिलों में खास इंतजाम : जिन नौ जिलों मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा और दरभंगा की 57 सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें सशक्त सुरक्षा व्यवस्था के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की 759 कंपनियां तैनात की गयी हैं. जिन सीमावर्ती जिलों में चुनाव है, वहां की सीमाओं को सील करने के अलावा नेपाल बॉर्डर पर शस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 150 कंपनियां अतिरिक्त तैनात की गयी हैं. शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए गृह मंत्रालय के सीमा प्रबंधन डिवीजन की उच्चाधिकारियों की एक टीम भी बिहार आयी हुई है. सीमावर्ती जिलों में यह टीम जाकर को-ऑर्डिनेशन का काम रही है.