चंडीगढ़ः कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी छह महीने बाद अाज फिर पंजाब दौरे पर हैं। राहुल गांधी फरीदकोट में आंदोलन से प्रभावित हुए गांवों का दौरा करने यहां पहुंचे । इससे पहले राहुल 29 अप्रैल को पंजाब आए थे। तब वह एक ही दिन बाद दिल्ली लौट गए थे। राहुल गांधी गांव वहबल कलां में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअजबी के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए मृतक गुरजीत सिंह के घर पहुंचे जहां उन्होंने परिवार के साथ हमदर्दी जताई। इसके बाद बातचीत में राहुल ने कहा कि पंजाब में ड्रग्स बड़ी समस्या है और इस वजह से राज्य संकट में है। किसान भी बेहाल है। पंजाब में बढ़ती जा रही इस समस्या को खत्म करने के लिए कांग्रेस एक यूनिट के तौर पर काम करेगी। उन्होंने कहा कि जब वह नशे की गिरफ्त में पंजाब की बात करते हैं तो विपक्ष के नेता उन पर हंसते हैं। इस बीच सबसे दिलचस्प बात यह रही कि लंबे समय से प्रदेश कांग्रेस में चल रही खींचतान के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह वाजवा और कैप्टन अमरिंदर सिंह इस दौरान एक साथ नजर आए। ,माना जा रहा है कि राहुल के दो दिवसीय पंजाब दौरे से सिख संगठनों का विरोध झेल रहे अकाली दल की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी। उल्लेखनीय है कि 14 अक्टूबर को श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के विरोध में निकाले गए मार्च के दौरान पुलिस फायरिंग में गुरजीत और कृष्ण सिंह की मौत हो गई थी।राहुल गांधी एक बार फिर ट्रेन से पंजाब पहुंचे। यह पहला मौका नहीं है, जब राहुल गांधी ट्रेन में ट्रैवल किया। वो इससे पहले कई बार ट्रेन में यात्रा कर चुके हैं। राहुल गांधी अप्रैल में भी जनरल कोच में बैठकर किसानों से मिलने के लिए पंजाब के अंबाला पहुंचे थे। इसके अलावा वो दिल्ली-अमृतसर शताब्दी और मुंबई लोकल में ट्रैवल कर चुके हैं।