कॉर्निया प्रत्यारोपण में दानकर्ता की उम्र मायने नहीं रखती
वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी पत्रिका ‘आफ्थैलमोलॉजी’ ने शुक्रवार को एक अध्ययन में कहा कि कॉर्निया प्रत्यारोपण का संभवत: दानकर्ता की उम्र से कोई लेना-देना नहीं होता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने अमेरिकी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के अध्ययन के हवाले से कहा कि 71 वर्षीय और इस उम्र से आधी उम्र के व्यक्ति दोनों का कॉर्निया समान रूप से स्वस्थ रहने की संभावना है। 663 प्रतिभागियों पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि 12 से 65 आयुवर्ग और 66 से 75 आयुवर्ग के लोगों द्वारा दान की गई कॉर्निया के प्रत्यारोपण की सफलता दर क्रमश: 77 और 71 प्रतिशत थी। हालांकि जब जांचकर्ताओं ने दानकर्ताओं को एक समान आयुवर्ग में बांटा तो उन्हें कुछ अंतर मिले। 34 से 71 वर्ष आयुवर्ग में प्रत्यारोपण सफलता दर 75 प्रतिशत बनी रही। लेकिन 12 से 33 वर्ष आयुवर्ग के दानकर्ताओं में यह बढ़कर 96 प्रतिशत हो गई और 72 से 75 वर्ष आयुवर्ग में यह घटकर 62 प्रतिशत हो गई। एनआईएच ने एक बयान में कहा कि वर्ष 2००० में जब अध्ययन शुरू हुआ उस समय कुछ शल्यचिकित्सकों ने 65 वर्ष से अधिक उम्र के दानकर्ताओं के कॉर्निया को स्वीकार नहीं किया होगा। सिनसिनाटी विश्वविद्यालय में आफ्थैलमोलॉजी के प्राध्यापक और अध्ययन के सह-अध्यक्ष एडवर्ड हॉलैंड ने कहा ‘‘हमारा अध्ययन 65 वर्ष की उम्र से अधिक के कॉर्निया दानकर्ताओं का विस्तार जारी रखने का समर्थन करता है।’’ सिनसिनाटी नेत्र संस्थान में कॉर्निया सर्विस के निदेशक हॉलैंड ने कहा ‘‘प्रत्यारोपण की सफलता दर सभी आयुवर्ग में व्यापक रूप से समान थी।’’ एनआईएच ने कहा कि अमेरिका में पिछले साल 46 ००० से अधिक कॉर्निया प्रत्यारोपण किए गए थे।