वीरेंद्र सहवाग और जहीर का सन्ंयास
आदर्श प्रकाश सिंह
अक्टूबर माह में भारतीय क्रिकेट के दो सितारों ने 22 गज की पट्टी को अलविदा कहा। अपनी तेजी और स्विंग से बल्लेबाजों के लिए दिक्कतें पेश करने वाले खब्बू तेज गेंदबाज जहीर खान ने संन्यास लिया तो वीरेंद्र सहवाग ने भी बल्ला टांग दिया। सहवाग ने करियर में 17253 अंतरराष्ट्रीय रन बनाए। वनडे में 8273 रन बनाने वाले सहवाग भारत की तरफ से सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में पांचवें स्थान पर हैं। 1999 में वनडे में पदार्पण करने वाले सहवाग दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने के साथ तमाम बार टीम इंडिया की जीत की पटकथा लिखी। खराब फार्म के चलते टीम से बाहर चल रहे वीरेंद्र सहवाग ने आखिरकार क्रिकेट के सभी प्रारूपों को अलविदा कह दिया। ऐसा ही कुछ जहीर खान के साथ भी था। बढ़ती उम्र और फिटनेस की समस्या ने इस रफ्तार के सौदागर को मैदान छोड़ने को मजबूर कर दिया।
सहवाग के कीर्तिमान
टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है। राहुल द्रविड़ के साथ 410 रन की साझेदारी बना करके वीरू ने कीर्तिमान बनाया था। एकदिवसीय क्रिकेट मैच में उनका सर्वाधिक स्कोर 219 रन है जो अभी तक एक विश्व रिकार्ड है। सहवाग एकमात्र ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़ा है। सर डोनाल्ड ब्रेडमैन और ब्रायन लारा के बाद सहवाग दुनिया के तीसरे ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है। अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक 319 रन भी उनके नाम है। तीन सौ उन्नीस रन बनाने के लिए उन्होंने सिर्फ 278 गेंद ही खेलीं। तीस से ज्यादा औसत के साथ सहवाग का स्ट्राइक रेट दुनिया में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किये।=
जीती बाजी हार रही टीम इंडिया
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूद प्रदर्शन से हर देशवासी खिन्न है। संदीप पाटिल की अगुवाई वाली चयन समिति भी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर चिंता जता चुकी है। अपने घर में और अपने दर्शकों के सामने खेलते हुए टीम इंडिया का यह हाल क्यों है, यह समझ से परे है। मीडिया में जो खबरें छन कर आ रही हैं उसमें वनडे कप्तान महेंन्द्र सिंह धोनी और टेस्ट कप्तान विराट कोहली के बीच खटास को एक वजह बताया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद दिल यह मानने को तैयार नहीं होता कि ये दोनों वरिष्ठ क्रिकेटर निजी हितों के लिए देश की प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाएंगे। पूरा देश टीवी पर आंख गड़ाए मैच देखता है और जब जीती हुई बाजी अपनी टीम हार जाए तो बहुत तकलीफ होती है। दक्षिणी अफ्रीका कई मायनों में हमसे आगे है, लेकिन ऐसा भी नहीं कि उसे हराया नहीं जा सके। विश्व कप में भारत ने उसे हराया था। हमारे बल्लेबाजों ने कानपुर और राजकोट वनडे में थोड़ी सी जीवटता दिखाई होती तो अब तक सीरीज में 3-0 से हम आगे रहते। जीता हुआ मैच हार जाना भारत की पुरानी बीमारी है। 40 ओवरों तक मैच अपने हाथ में था, लेकिन उसके बाद ऐसे लड़खड़ाए कि हार कर लौटे।
तीन मैचों को टी-20 सीरीज तो भारत पहले ही हार गया था। उस पर कटक में दर्शकों के बर्ताव ने भारत की इज्जत में बट्टा लगा दिया। कोलकाता के इडेन गार्डन में बारिश ने पृूरा मैच धो दिया। इस तरह 2-0 से दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज अपने नाम की । इसके बाद वनडे मैचों में लगा कि टीम इंडिया पलटवार करगी, लेकिन केवल इंदौर में ही अभी तक जीत मिल पाई है। कानपुर और राजकोट का जिक्र ऊपर हो चुका है। कुछ खिलाड़ी आउट आफ फार्म चल रहे है और वे बिल्कुल भी रन नहीं बना रहे हैं। ओपनर शिखर धवन और सुरेश रैना का बल्ला एकदम खामोश है। ये टीम की सबसे कमजोर कड़ी बन रहे हैं। दुर्भाग्य से अच्छा प्रदर्शन कर रहे रविचंद्रन अश्विन अस्वस्थ होकर वनडे टीम से बाहर हो गए हैं। कानपुन वनडे में उन्हें मैच के बीच में ही मैदान से बाहर जाना पड़ा । यह भारत के लिए बड़ा झटका था। हरभजन की गेंदों में पैनापन अब रहा नहीं और अमित मिश्रा को कप्तान धोनी ज्यादा मौका नहीं देते। धोनी अपनी पसंद के खिलाड़ियों को तरजीह देते हैं। इसकी सबसे बड़ी मिसाल सुरेश रैना हैं जो लगातार विफल रहने के बावजूद अंतिम एकादश में जगह पा जाते हैं।
वीरू के कारनामे
4टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने वाले भारत के इकलौते बल्लेबाज। यह कारनामा उन्होंने दो बार किया
4दो तिहरा शतक लगाने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज। उनके अलावा ब्रेडमैन, लारा और क्रिस गेल ने ही यह कारनामा किया है
4छह दोहरे शतक वीरू ने अपने टेस्ट करियर में जड़े
4वनडे में सचिन तेंदुलकर के बाद दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे क्रिकेटर बने
4भारत की ओर से वनडे में सबसे तेज शतक (60 गेंद में) लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया
42009 में विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द इयर के सम्मान से नवाजे गए। यह अवार्ड पाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने