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कोरोना काल में बदले अंदाज में लगेगा बलिया का ददरी मेला

कोरोना काल में बदले अंदाज में लगेगा बलिया का ददरी मेला
कोरोना काल में बदले अंदाज में लगेगा बलिया का ददरी मेला

बलिया : कोरोना काल में ऐतिहासिक ददरी मेला का स्वरूप इस बार अलग होगा। मेले में सोशल डिस्टेंसिंग पर खासा जोर रहेगा। मेले में कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित नहीं होगा।

पौराणिक काल में महर्षि भृगु के शिष्य दर्दर मुनि द्वारा गंगा व सरयू के संगम पर 88 हजार ऋषि-मुनियों के संत समागम के साथ ददरी मेले की नींव पड़ी थी। कालांतर में यह संत समागम लोक मेले के रूप में परिवर्तित हो गया। मेले में घर-गृहस्थी के सामानों की विक्री समेत कवि सम्मेलन, मुशायरा, लोकगीत आदि आयोजित किए जाते हैं। अभी भी कार्तिक माह में दूर-दूर से संत व गृहस्थ गंगा-सरयू के संगम की रेती में कल्पवास करते हैं।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन लाखों लोग स्नान कर पुण्य के भागी बनते हैं लेकिन इस बार मेले पर कोरोना की छाया स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। स्नान से लेकर पशु मेले व मीना बाजार तक पर कोरोना का असर होगा। जिला प्रशासन ने बड़ी मुश्किल से मेले के आयोजन की अनुमति दी है। वो भी महज सात दिनों के लिए।

जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने कहा कि कोविड-19 मामलों में हो रही वृद्धि और इसी बीच 29 व 30 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा का मुख्य स्नान पर्व और ददरी मेले को देखते हुए जिला प्रशासन गम्भीर है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन काफी संख्या में लोग शहर होते हुए गंगा नदी में स्नान को जाते हैं।

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वहीं एक सप्ताह तक ददरी मेला भी चलेगा। इसको लेकर सिटी मजिस्ट्रेट, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व डूडा के पीओ को निर्देश दिया गया है कि मेले के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर पुलिस अधिकारियों एवं कार्मिकों की पर्याप्त तैनाती की जाए। प्रवेश द्वार पर यह रिकार्डिंग अपील लगातार प्रसारित की जाय कि लोग हमेशा शारीरिक दूरी बनाकर रहें और मास्क लगाए रखें। यह भी निर्देश दिया है कि मेले के भीतर एवं अन्य प्रमुख स्थानों पर चेकिंग कराकर सोशल डिस्टेसिंग एवं मास्क न पहनने वालों के विरुद्ध जुर्माना लगाया जाए।

मेले के द्वारों पर मास्क बिक्री का लगेगा स्टॉल

जिलाधिकारी ने नगर मजिस्ट्रेट, ईओ व पीओ डूडा को आपस में समन्वय कर स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किये गये मास्क की ब्रिकी के लिए स्टाल भी मेले के प्रवेश द्वार, मेला के अन्दर एवं कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर लगवाना सुनिश्चित कराएंगे। इसका उद्देश्य है कि लोग सुगमता से मास्क खरीद कर लगा सकें। सभासदगण से अपील कर स्वेच्छा से मेला के दौरान जनसामान्य को निःशुल्क मास्क वितरण के सम्बन्ध में भी प्रयास किया जाय।

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