पंजाब: पंजाब के किसानों को 26 व 27 नवंबर के दिल्ली घेराव को लेकर कूच करना है। लेकिन हरियाणा पुलिस ने पंजाब के किसानों दाता सिंह वाला बोर्डर पर रोक रखा है। भारी पुलिस बल साथ वाटर कैनन जैसे प्रबंधों के साथ पुलिस के अधिकारी बोर्डर पर तैनात है।
बुधवार दोपहर के एक बजे तक सामान्य वाहनों का आवागमन बार्डर से हो रहा था। लेकिन जिला उपायुक्त आदित्य दहिया ने लगभग एक बजे पहुंचकर बोर्डर को पूर्ण रूप से सील करने के आदेश किए। जिसके बाद पुलिस द्वारा बड़े बड़े पत्थर, बैरिगेट व कंटीले तारे लगाकर बॉर्डर को पूर्ण रूप से सील कर दिया।
वहीं बुधवार सुबह किसानों ने हरियाणा में घुसने की कोशिश की थी। लेकिन पुलिस ने उन्हे रोक लिया और शांति बनाए रखने की अपील की। जिसके बाद बोर्ड पर पहुंचे पंजाब के किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
किसानों ने कहा कि उनकी लड़ाई हरियाणा की सरकार से नहीं है। लेकिन फिर भी हरियाणा सरकार उनका रास्ता रोक रही है। किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन दिल्ली में है। लेकिन सरकार उन्हे दिल्ली जाने से रोककर जगह जगह आंदोलन करने के लिए मजबूर कर रही है।
किसान पूरी तैयारी के साथ बोर्डर पर पहुंचें है, वहीं पुलिस द्वारा के्रन की सहायता से बड़े बड़े पत्थरों को हाईवे पर डाल दिया गया। इससे आगे कंटीले तारों का बेरिकेटिंग की है और उससे आगे हरियाणा पुलिस के जवान।
इसके अवाला मौके पर वाटर कैनन वाहन के साथ अन्य बख्तरबंद गांडियां भी मौके पर तैनात हैं। नरवाना के डीएसपी ताहिर हुसैन ने कहा कि हमारी जिम्मेवारी सुरक्षा की है। जिसके लिए ये प्रबंध किए गए हैं। वहीं किसानों ने कहा कि दिल्ली जाने से उन्हे कोई भी बाधा नहीं रोक सकती।
डीएसपी ताहिर हुसैन ने बताया कि रसिंदा, पदार्थ खेड़ा व धमतान गांव की सीमा भी पंजाब से लगती है। यहां के सभी लिंक मार्गों व कच्चे रास्तों पर पुलिस की नजर है।आदेश हैं कि किसी भी किसान को हरियाणा में प्रवेश नहीं दिया जाए। स्थानीय पुलिस सख्ती के साथ इन आदेशों का पालन कर रही है। प्रशासन द्वारा रूटों को डायवर्ट किया गया है। वाहन चालक वहीं से अपनी मंजिल तक जाएं।