उत्तर प्रदेश कोरोना की कुल 2 करोड़ से अधिक जांच करने वाला पहला राज्य बना
उत्तर प्रदेश: कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में उत्तर प्रदेश ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उत्तर प्रदेश कुल दो करोड़ से अधिक कोरोना जांच करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है।
प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शनिवार को बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,67,938 सैम्पल की जांच की गयी। वहीं राज्य में अब तक कुल 2,01,28,312 सैम्पल की जांच की गयी है।
किसी अन्य राज्य में इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट नहीं किए हैं। राज्य में कुल जांच में से अब 40 प्रतिशत से ज्यादा आरटीपीसीआर के जरिए की जा रही है। विभिन्न जनपदों से शुक्रवार को 65,929 नमूने विभिन्न प्रयोगशालाओं को आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए।
इलाज के बाद अब तक कुल 5.22 लाख मरीज हुए स्वस्थ
प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या अब 22,245 पहुंच गई है। इनमें से 10,450 लोग होम आइसोलेशन में हैं। संक्रमित व्यक्तियों में से आज तक कुल 7,900 लोगों की मृत्यु हुई है। वहीं अब तक कुल 5,22,868 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। वर्तमान में रिकवरी की दर 94.5 प्रतिशत है। जबकि केस फेटेलिटी रेट यानी मृत्यु दर लगभग 1.4 प्रतिशत चल रही है।
उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 2,117 लोग इलाज करा रहे हैं। इसके अतिरिक्त बाकी मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविध का लाभ ले रहे हैं।
अब तक 14.63 करोड़ आबादी तक पहुंची स्वास्थ्य टीमें राज्य में सर्विलांस का कार्य बेहद तेजी से जारी है। सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,69,633 क्षेत्रों में 4,77,013, टीम दिवस के माध्यम से 2,99,84,434 घरों में रहने वाली 14,63,88,372 आबादी का सर्वेक्षण किया गया है।
ई-संजीवनी पोर्टल का 1,795 लोगों ने उठाया लाभ
ई-संजीवनी पोर्टल का प्रदेश के लोग लगातार इस्तेमाल कर रहे हैं, इस पोर्टल से घर बैठे डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं। शुक्रवार को 1,795 लोगों ने इस सुविधा का लाभ उठाया। वहीं अब तक प्रदेश के 2,49,645 लोगों को इससे लाभ मिला है। अगले दो दिन ब्यूटी पार्लर, कपड़ा विक्रेता, दर्जी व्यवसाय से जुड़े लोगों की फोकस टेस्टिंग
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने कहा कि फोकस टेस्टिंग का कार्यक्रम प्रदेश में निरंतर चल रहा है। जितने भी मामले आ रहे हैं, उनकी मैपिंग करके उस मैप के आधार पर फोकस टेस्टिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा जो लोग बहुत लोगों के सम्पर्क में आते हैं, यानी जो सुपर र्स्पेडर हो सकते हैं, उनकी समय-समय पर लगातार जांच करायी जा रही है।
शादियों का मौसम होने के मद्देनजर प्रदेश में लाइट, बैंड बाजा, मैरिज हॉल, फूल विक्रेता, कैटरर्स डीजे आदि से जुड़े लोगों की फोकस टेस्टिंग कराई गई थी। अब विशेष अभियान के रूप में अगले दो दिन ब्यूटी पार्लर, कपड़ा विक्रेता, दर्जी आदि की जांच करायी जाएगी। ताकि समाज में संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित रखा जा सके। उन्होंने कहा कि लोगों के उत्तरादायित्व पूर्ण व्यवहार, सहयोग से प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण को नियंत्रित रखने में सफलता मिली है।