नई दिल्ली : महाकवि सुब्रह्मण्य भारती के 138वीं जयंती के मौके पर आयोजित इंटरनेशनल भारती फेस्टिवल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा सुब्रमण्यम भारती को परिभाषित करना बहुत मुश्किल है। उन्हें किसी एक पेशे या आयाम से नहीं जोड़ा जा सकता है। वे एक कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी थे।
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उन्होंने कहा कि सुब्रह्मण्य भारती एक तमिल कवि थे। उनको ‘महाकवि भारतियार’ के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कविताएं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत थीं। सुब्रह्मण्य भारती ने लिखा था कि महिलाओं को आत्मविश्वास के साथ अपना सिर ऊंचा करके समाज में चलना चाहिए।
उनके इस कथन से हमें प्रेरणा मिलती है, जिससे हम महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में काम करें। उन्होंने राजनीतिक स्वतंत्रता की शून्यता के बारे में भी लिखा, जिसमें सामाजिक विषमताओं और सामाजिक कुरीतियों को उजागर नहीं किया जाता था।
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