फीचर्डराष्ट्रीय

सुब्रह्मण्य भारती के व्यक्तित्व को किसी दायरे में सीमित करना उचित नहीं : प्रधानमंत्री

नई दिल्ली : महाकवि सुब्रह्मण्य भारती के 138वीं जयंती के मौके पर आयोजित इंटरनेशनल भारती फेस्टिवल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा सुब्रमण्यम भारती को परिभाषित करना बहुत मुश्किल है। उन्हें किसी एक पेशे या आयाम से नहीं जोड़ा जा सकता है। वे एक कवि, लेखक, संपादक, पत्रकार, समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी थे।

यह भी पढ़े:- दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्रीय सूचना आयुक्त के आदेश पर रोक लगाई 

उन्होंने कहा कि सुब्रह्मण्य भारती एक तमिल कवि थे। उनको ‘महाकवि भारतियार’ के नाम से भी जाना जाता है। उनकी कविताएं राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत थीं। सुब्रह्मण्य भारती ने लिखा था कि महिलाओं को आत्मविश्वास के साथ अपना सिर ऊंचा करके समाज में चलना चाहिए।

उनके इस कथन से हमें प्रेरणा मिलती है, जिससे हम महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में काम करें। उन्होंने राजनीतिक स्वतंत्रता की शून्यता के बारे में भी लिखा, जिसमें सामाजिक विषमताओं और सामाजिक कुरीतियों को उजागर नहीं किया जाता था।

देश दुनिया की ताजातरीन सच्ची और अच्छी खबरों को जानने के लिए बनें रहेंwww.dastaktimes.org के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए https://www.facebook.com/dastak.times.9 और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @TimesDastak पर क्लिक करें। साथ ही देश और प्रदेश की बड़ी और चुनिंदा खबरों के ‘न्यूज़ वीडियो’ आप देख सकते हैं हमारे youtube चैनल https://www.youtube.com/c/DastakTimes/videos पर। तो फिर बने रहिये www.dastaktimes.org के साथ और खुद को रखिये लेटेस्ट खबरों से अपडेटेड।

Related Articles

Back to top button