नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर देश की पहली चालक रहित ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने 23 किमी लम्बी एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन (नई दिल्ली से द्वारका सेक्टर 21) की यात्रा के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) सेवाओं का भी शुभारंभ किया।
Next-generation infrastructure for Delhi. Watch. https://t.co/LK789BkE3x
— Narendra Modi (@narendramodi) December 28, 2020
इस मौके पर एक लघु फिल्म के माध्यम से चालक रहित मेट्रो (चालक रहित ट्रेन) की विशेषता बताई गई। इसमें कहा गया कि अब मेट्रो चालकों को जल्द सुबह और देर रात डिपो से मेट्रो को निकालने से निजात मिल जाएगी। इतना ही नहीं मानवीय भूल की संभावना भी कम हो जाएगी। भारत इसके साथ ही चालक रहित मेट्रो संचालित करने वाले सात देशों में शामिल हो गया।
दिल्लीवासियों को मुबारक!
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 28, 2020
आज से दिल्ली मेट्रो में बिना ड्राइवर के ऑटमैटिक चालित मेट्रो ट्रेन चालू हो गयीं।
आज आपकी “दिल्ली मेट्रो” दुनिया के चुनिंदा शहरों में शामिल हो गयी।
अपनी दिल्ली तेज़ी से विकास कर रही है।
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इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
दिल्ली मेट्रो के मुताबिक करीब 37 किलोमीटर लंबी मेजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम – बॉटनिकल गार्डन) पर बिना चालक वाली ट्रेन सेवा की शुरुआत से एक अन्य प्रमुख कॉरिडोर, 57 कि.मी. लंबी पिंक लाइन (मजलिस पार्क – शिव विहार) पर भी वर्ष 2021 के मध्य से चालक रहित ट्रेन ऑपरेशन शुरु हो जाएगा। इसके उपरांत, दिल्ली मेट्रो के लगभग 94 किलोमीटर लंबे नेटवर्क पर बिना ड्राइवर के काम हो सकेगा, जो विश्व के कुल बिना चालक वाले मेट्रो नेटवर्क का लगभग नौ प्रपतिशत होगा।
बिना चालक वाली ट्रेनें पूर्णतया स्वचालित होंगी
बिना चालक वाली ट्रेनें पूर्णतया स्वचालित होंगी जिनमें न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप की आवश्यकता होगी, इससे मानवीय भूलों की आशंकाएं समाप्त हो जाएंगी। दिल्ली मेट्रो यात्रियों की सुविधा के लिए प्रौद्योगिकी युक्त विकल्पों की शुरुआत में अग्रणी रही है और इस दिशा में यह अगला कदम है।
एयरपोर्ट मेट्रो पर पूरी तरह संचालित होने वाला नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड भी एक अन्य प्रमुख उपलब्धि है , जिसमें हाल ही में पिछले 18 महीनों में देश के किसी भी भाग के 23 बैंकों (वित्तीय सेवा विभाग, भारत सरकार के निदेशानुसार ये सभी एनसीएमसी का पालन करते हैं) द्वारा जारी रुपे – डेबिट कार्ड धारक कोई भी व्यक्ति उस कार्ड के इस्तेमाल से एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर यात्रा कर सकेगा। यह सुविधा वर्ष 2022 तक संपूर्ण दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर उपलब्ध हो सकेगी।
वर्तमान में दिल्ली मेट्रो लगभग 390 कि.मी. लंबे नेटवर्क पर ट्रेन संचालन कर रही है, इसमें 11 कॉरिडोरों (नोएडा-ग्रेटर नोएडा सहित) पर 285 स्टेशन हैं। दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर कोविड संक्रमण से पूर्व प्रतिदिन लगभग 60 लाख यात्राएं पूरी की जाती रही थीं जिससे यह नेटवर्क राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के जन परिवहन की रीढ़ बन गया है।