दिल्ली

डीसीपी के तुगलकी फरमान, सातों दिन 24 घंटे थाने में रहें SI

delhi-police-56476d9bd77dd_exlstदस्तक टाइम्स/एजेंसी- दिल्ली पुलिस के दो डीसीपी के तुगलकी फरमाने सामने सामने आए हैं। एक डीसीपी ने फरमान जारी किया है कि एसआई (सब-इंस्पेक्टर) व एएसआई (असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर) सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे थाने में रहेंगे।

दूसरे डीसीपी ने भी ये फरमान जारी किया है कि एसआई व एएसआई आमद व रवानगी की अपने हाथ से एंट्री करेंगे। डीसीपी के इन तुगलकी फरमानों से एसआई व एएसआई समेत निचले स्टाफ में खलबली मची हुई है।

गौरतलब है कि पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त वाईएस डडवाल ने अपने कार्यालय में एक फरमान जारी किया था। इसमें कहा गया था कि थानाध्यक्ष सातों दिन 24 घंटे थानों में रहेंगे।

अब दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी मनजीत सिंह रंघावा ने तुगलकी फरमान जारी किया है कि एसआई व एएसआई अब 24 घंटे व सातों दिन थानों में रहेंगे। वह सप्ताह में एक रात ही अपने घर जा सकते हैं।

इस पर भी वह घर तभी जा सकते हैं जब सब-डिवीजन सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) इसके लिए अनुमति देना। ये एसीपी के ऊपर है कि वह अनुमति दे या नहीं।

हालांकि डीसीपी ने ये तुगलकी फरमान तो जारी कर दिया है मगर थानों में एसआई व एएसआई के लिए सोने की जगह तो दूर बैठने तक को जगह नहीं होती है। ज्यादातर थानों को यही हाल हैं।

जब अमर उजाला संवाददाता ने डीसीपी से इस मुद्दे पर तब की तो उन्होंने बताया कि उन्होंने इस तरह का एक सर्कुलर जारी किया है। थानों में सुविधाओं के बारे में उन्होंने कहा कि थानों में एसआई व एएसआई केसोने व बैठने केलिए पर्याप्त जगह है। सुविधाओं को देखकर ही ऑर्डर जारी किया है।

इस मुद्दे पर जब एसआई व एएसआई से बात की गई तो उनका कहना था कि थानों में सोने की जगह बिल्कुल नहीं मिलती। वहीं बाहरी जिला डीसीपी विक्रमजीत ने भी फरमान जारी किया है।

इसमें कहा गया है कि थानों में तैनात एसआई व एएसआई थानाध्यक्ष की अनुमति के बिना थाना नहीं छोड़ेंगे। वह थानाध्यक्ष की अनुमति के बाद ही अपने घर जाएंगे। थानों में तैनात एसआई व एएसआई डेली डायरी रजिस्टर में अपने हाथ से आने-जाने की एंट्री करेंगे।

 

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