रिव्यू मीटिंग में कोरोना की वजह से पटनायक ने नहीं मांगा तत्काल पैकेज
नई दिल्ली : ओडिशा में यास चक्रवाती तूफान को लेकर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पहल चर्चा में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ समीक्षा बैठक में उन्होंने कोरोना संकट का जिक्र करते हुए राहत पैकेज नहीं मांगा। वहीं डिजास्टर मैनेजमेंट के क्षेत्र में ओडिशा सरकार के शानदार काम की पीएम मोदी ने भी तारीफ की है। केंद्र सरकार ने यास तूफान के बाद पुनर्वास काम के लिए ओडिशा को 500 करोड़ की सहायता दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यास पर रिव्यू मीटिंग का जिक्र करते हुए ट्वीट में कहा, ‘भुवनेश्वर में आपके साथ काफी अच्छी मीटिंग हुई थी। हम आपदा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए साथ-साथ काम करते रहेंगे। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां ओडिशा ने प्रशंसनीय प्रगति की है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के ट्वीट का जवाब देते हुए यह बात कही। पटनायक ने यास के कहर के बाद पुनर्वास के काम में मदद के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया है। ओडिशा के सीएम ने ट्वीट में कहा, ‘यास से प्रभावित इलाकों में पुनर्वास कार्य के लिए 500 करोड़ की सहायता देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं। साथ ही आपदा प्रतिरोधी पावर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए उठाए गए कदम प्रशंसनीय हैं। हम दीर्घकालिक रणनीति पर काम करेंगे।’ इससे पहले यास को लेकर पीएम के साथ समीक्षा बैठक में पटनायक ने तत्काल राहत पैकेज की मांग नहीं रखी।
सीएम नवीन पटनायक ने कहा कि वह महामारी के वक्त केंद्र पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालना चाहते। बजाय इसके नवीन पटनायक ने बैठक में राज्य में आपदा प्रतिरोधी पावर सिस्टम की जरूरत को हाइलाइट किया ताकि इस तरह के तूफान के लिए पहले से तैयारी हो सके। ओडिशा सीएम के इस कदम की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने समीक्षा बैठक के बाद ट्वीट कर बताया, ‘देश में कोविड-19 महामारी चरम पर है, ऐसे में हमने केंद्र पर अतिरिक्त बोझ डालते हुए तत्काल आर्थिक मदद की मांग नहीं रखी है। उन्होंने आगे लिखा, ‘हम संकट से निपटने के लिए अपने संसाधनों से इसका प्रबंधन करेंगे।’ ओडिशा सीएम ने दूसरे ट्वीट में कहा, ‘हमने ओडिशा को आपदा प्रतिरोधी बनाने के लिए दीर्घकालिक उपायों की मदद मांगी है क्योंकि हम हर साल इस तरह के जलवायु खतरे का सामना करते हैं। हमने आपदा प्रतिरोधी पावर इंफ्रास्ट्रक्टर और तटीय तूफानों से सुरक्षा के लिए ओडिशा की मांग को मीटिंग में हाइलाइट किया।’