लखनऊ: देश में कोरोना का कहर जारी है। इस बीच Indian Medical Association यानी IMA ने जानकारी दी है कि कोविड-19 की दूसरी लहर ने अब तक 624 डॉक्टरों की जान ले ली है। आईएमए के मुताबिक कोरोना की पहली लहर में कुल 748 चिकित्सकों की जान चली गई थी।
IMA के मुताबिक दिल्ली में सबसे ज्यादा 109 चिकित्सकों की मौत हुई है। इसके बाद बिहार में 96, उत्तर प्रदेश में 79, राजस्थान में 43, झारखंड में 39, आंध्र प्रदेश में 34, तेलंगाना में 32, गुजरात में 31 और पश्चिम बंगाल में 30 चिकित्सकों की जान गई है। यह डेटा 2 जून तक का है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ही हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट पद्मश्री डॉ. केके अग्रववाल का भी निधन हो गया था।
त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एके बजाज, डॉ. मिलन मुखर्जी, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. संजय पांडेय, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विष्णु गोयल समेत कई ऐसे चिकित्सक हैं जिनपर कोरोना महामारी भारी पड़ी। हालांकि, इनमें से कई चिकित्सक कोरोना संक्रमण से लड़कर उससे मुक्त भी हो गए लेकिन पोस्ट कोविड दिक्कतों और फेफड़ों की फाइब्रोसिस उनके लिए जानलेवा बन गई। आपको याद दिला दें कि इसी साल मई के महीने में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने जानकारी दी थी कि 24 घंटे में देश के अलग-अलग हिस्सों में 50 डॉक्टरों को कोरोना ने लील लिया था।
कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए चिकित्सकों और अन्य मेडिकल स्टाफ को फ्रंट लाइन वर्क्स् की लिस्ट में शुमार किया गया था। इसके तहत कोरोना के खिलाफ अग्रणी श्रेणी में शामिल होकर लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों को प्राथमिकता के तौर पर वैक्सीन देने की बात कही गई थी।