ज्ञान भंडार
बदइंतजामी और बहिष्कार के बीच धान खरीदी शुरू, 21 को किसानों का प्रदर्शन
स्तक टाइम्स/एजेंसी- रायपुर. बदइंतजामी और बहिष्कार के बीच प्रदेशभर में सोमवार से धान खरीदी शुरू हुई। कई केंद्रों में मामूली खरीदी हुई तो कई जगह बोहनी तक नहीं हुई। कई जगहों पर नाराज किसानों ने खरीदी का बहिष्कार कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
डौंडीलोहारा इलाके के कई गांवों के किसानों ने 20 तारीख तक धान न बेचने का फैसला किया है। वे 21 को रायपुर में होने वाले प्रदर्शन में शामिल होंगे। लोहारा व देवरी क्षेत्र के 18 केंद्रों में धान का एक दाना नहीं खरीदा जा सका। यहां की सोसाइटियों में खरीदी की तैयारी तो कर ली गई थी।
लेकिन केंद्रों तक किसान नहीं पहुंचे। कई गांवों में धान नहीं बेचने के लिए मुनादी भी कराई गई। इसके कारण टोकन कटवाने के बाद भी किसान धान बेचने नहीं गए।
वे अपनी छह सूत्री मांगों पर अड़े हैं।
बोहनी तक नहीं
पहले दिन कई खरीदी केंद्रों में ताले नहीं खुले या बोहनी तक नहीं हुई। कोरबा जिले में 90 क्विंटल और बस्तर एवं सरगुजा जिले में केवल 40-40 क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई। जगदलपुर में 55 केंद्र सूने रहे। यहां की छह तहसीलें सूखाग्रस्त घोषित हैं। कांकेर में पहले दिन खरीदी कमजोर रही। 111 में से सिर्फ 10 में खरीदी हुई। बाकी केंद्रों में बोहनी तक नहीं हुई। धमतरी जिले में खरीदी केंद्रों में किसान धान लेकर नहीं पहुंचे। पिछले साल यहां पहले दिन 40 हजार क्विंटल धान खरीदी गया था जो आज केवल 12 हजार 31 क्विंटल में सिमट कर रह गया।
लापरवाही पर कार्रवाई भी: बलौदाबाजार जिले में कलेक्टर डॉ. बसवराजू एस ने कैप कवर, माईश्चरमापक, ड्रेनेज, लाइट के इंतजाम नहीं होने पर नाराजगी जताई। यहां धान खरीदी होने के बाद भी राइस मिलर्स को धान उठाने के लिए आरओ जारी नहीं किए थे। डीएओ ने परिवहन ठेका तक तय नहीं किया था। कलेक्टर ने सिसदेवरी धान खरीदी केंद्र के प्रभारी केशलाल चंद्राकर, ओड़ान के सेवकराम फेकर, को साफ-सफाई व अनियमितता की वजह से निलंबित कर दिया। वटगन के प्रभारी परमानंद बंजारे को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने नोडल अफसरों को भी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
एक लाख दस हजार क्विंटल खरीदी : सरकार
इधर, सरकार का दावा है कि पहले दिन राज्य में एक हजार 976 केन्द्र में करीब एक लाख दस हजार क्विंटल धान खरीदा गया। बीस जिलों में शाम पांच बजे तक एक लाख आठ हजार 460 क्विंटल धान की आवक की खबर है। मार्कफेड से प्राप्त जानकारी के अनुसार रायपुर जिले में 23 हजार 410 क्विंटल, महासमुंद जिले में 16 हजार 070 क्विंटल, धमतरी जिले में 14 हजार 120 क्विंटल, बालोद जिले में 13 हजार 190 क्विंटल और राजनांदगांव जिले में 10 हजार 820 क्विंटल धान खरीदा गया। दुर्ग जिले में नौ हजार 070 क्विंटल, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में सात हजार 010 क्विंटल, बेमेतरा जिला में छह हजार 670 क्विंटल और कबीरधाम जिले में तीन हजार 190 क्विंटल धान की आवक हुई। बिलासपुर जिले में दो हजार 200 क्विंटल, गरियाबंद जिले में 670 क्विंटल, जशपुर जिले में 610 क्विंटल, रायगढ़ जिले में 480 क्विंटल, जांजगीर-चांपा जिले में 350 क्विंटल, कोंडागांव जिले में 160 क्विंटल, मुंगेली और उत्तर बस्तर जिले में 140-140 क्विंटल, कोरबा जिले में 90 क्विंटल और बस्तर एवं सरगुजा जिले में 40-40 क्विंटल धान की आवक दर्ज की गई।
किसानों ने दी चेतावनी
राजनांदगांव जिले में अंबागढ़ चौकी ब्लॉक के चिल्हाटी में किसानों ने धान खरीदी का बहिष्कार कर दिया। हजारों किसान 18 नवंबर को मुख्यालय में किसान संघ के बैनर तले भाजपा सरकार के खिलाफ रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। आंदोलनकारी कर्ज माफी, फसल बीमा की दावा राशि का भुगतान, 2014-15 के धान बोनस का भुगतान, मनरेगा का काम तत्काल शुरू करने और 200 दिवस काम देने व घोषित अकाल राहत को प्रभावी ढंग से लागू करने की मांग करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक शासन किसानों का कर्ज माफ नही करता है वे सोसायटी में धान नहीं बेचेंगे।