कर्नाटक में पावर बैंक ऐप से 290 करोड़ रुपए की ठगी
बेंगलुरू : कर्नाटक में सीआईडी ने पावर बैंक ऐप के नाम पर 290 करोड़ रुपये के एक बड़े हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले का खुलासा किया है। एजेंसी ने कर्नाटक में पावर बैंक एपीपी में निवेश करने वाले लोगों से सभी विवरणों के साथ संपर्क करने का आग्रह किया है। एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि जिन आरोपियों को दिल्ली और बेंगलुरु में पकड़ा गया है, उन्हें भी जल्द उत्तराखंड लाया जाएगा। इसके लिए कार्यवाही की जा रही है। सीआईडी कर्नाटक के साइबर क्राइम डिवीजन ने यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि ठगों ने चार महीने में इतना बड़ा घोटाला किया है। इसमें लोगों को काफी कम समय में पैसे डबल करने का झांसा दिया जाता है।
पावर बैंक ही नहीं कई और एप से ठगी की जा रही है। इन्हें लेकर लोगों को सजग रहने की जरूरत है। हाल में पावर बैंक एप से 360 करोड़ रुपये से ज्यादा के ठगी के मामले सामाने आ चुके हैं। एसटीएफ ने 17 कंपनियों के लाइसेंस निरस्त कराने की तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने कहा है कि पावर बैंक एप के जरिए हुई ठगी में कुल सात मुकदमें दर्ज किए जा चुके हैं। उत्तराखंड एसटीएफ ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जबकि, कई आरोपी वांछित चल रहे हैं। वहीं ठगी में जिन कंपनियों का उपयोग हुआ इनमें पवन कुमार पांडेय के नाम पर 8, प्रकाश बैरागी की पांच और राम उजागर की 4 कंपनियों के लाइसेंस निरस्त करने की सिफारिश की है।