स्पोर्ट्स डेस्क : यूरो 2020 फुटबॉल टूर्नामेंट में रहीम स्टर्लिंग के दूसरे हाफ में किए गोल से इंग्लैंड ने ग्रुप डी में क्रोएशिया को 1-0 से मात देकर जीत से आगाज किया. इंग्लैंड की टीम ने यूरोप के इस महाद्वीपीय फुटबॉल टूर्नामेंट में 10 कोशिश में पहली बार जीत के साथ किया.
ये एकमात्र गोल स्टर्लिंग ने 57वें मिनट में किया. स्टर्लिंग ने वेम्बले स्टेडियम में टूर्नामेंट में डेब्यू कर रहे केविन फिलिप्स की थ्रोबॉल पर दनदनाता हुआ शॉट दागा जो क्रोएशिया के गोलकीपर डोमीनिक लिवाकोविच के हाथ से छूता हुआ गोल में चला गया.
इस जीत के साथ इंग्लैंड ने 2018 विश्वकप के सेमीफाइनल में क्रोएशिया के खिलाफ मिली हार का बदला भी चुकता किया. स्टर्लिंग ने उत्तर लंदन के इस स्टेडियम के समीप ही किशोरावस्था का अधिकांश टाइम बिताया है.
वेम्बले स्टेडियम को यूरो 2020 के फाइनल और सेमीफाइनल सहित आठ मैचों का आयोजन करना है. मैनचेस्टर सिटी के स्ट्राइकर स्टर्लिंग का किसी बड़े टूर्नामेंट में नेशनल टीम की तरफ से ये पहला गोल है.
इससे पहले वह 2014 और 2018 में विश्वकप और 2016 में यूरोपीय चैंपियनशिप में गोल करने में विफल रहे थे. ग्रुप डी के अपने अगले मैच में इंग्लैंड शुक्रवार को स्कॉटलैंड से भिड़ेगा वही क्रोएशिया का सामना चेक गणराज्य से होगा.
इस बीच इंग्लैंड के मिडफील्डर ज्यूड बेलिंगघम यूरोपीय चैंपियनशिप में खेलने वाले कम उम्र के प्लेयर बने. बेलिंगघम 17 वर्ष और 349 दिन के हैं. वो क्रोएशिया के खिलाफ दूसरे हाफ के 82वें मिनट में स्थानापन्न प्लेयर के रूप में मैदान पर आये.
इससे पहले यूरोपीय चैंपियनशिप में खेलने वाले कम उम्र के प्लेयर का रिकॉर्ड जेट्रो विलेम्स के नाम था जो यूरो 2012 में 18 की आयु में नीदरलैंड की तरफ से खेले थे.