कोरोना महामारी में काफी मदद कर रहा डिजटिलीकरण : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
टेक्नोलॉजी और स्टार्ट-अप की दुनिया में भारत की प्रगति जगजाहिर
नई दिल्ली : वीवाटेक के 5वें संस्करण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सम्बोधित करते हुए कहा कि जहां पारम्परिक साधन विफल हो जाते हैं, वहां इनोवेशन हमेशा पारंपरिक साधनों की मदद करता है। ऐसा वैश्विक कोविड-19 महामारी के दौरान देखा गया है। पीएम मोदी के मुताबिक कोविड-19 महामारी हमारे दौर का सबसे बड़ा व्यवधान है। इससे विश्व के सभी देशों को नुकसान हुआ है। कोविड-19 महामारी के चलते सभी देश अपनी भविष्य की योजनाओं को लेकर चिंतित है। लेकिन वीवाटेक जैसे प्लेटफॉर्म फ्रांस के टेक्नोलजी विजन को दर्शाते हैं। भारत और फ्रांस टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई मुद्दों पर एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं। इसमें से एक टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण हैं।
टेक समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी और स्टार्ट-अप की दुनिया में भारत की प्रगति जगजाहिर है। हमारा देश दुनिया के टॉप स्टार्ट-अप ईको-सिस्टम में से एक है। हाल के वर्षों में भारत ने स्टॉर्ट-अप की दुनिया में काफी प्रगति की है। “हमने भारत के सभी सेक्टर जैसे माइनिंग, स्पेस, बैंकिंग, एटॉमिक एनर्जी में बड़े रिफॉर्म किये हैं। यह दर्शाता है कि भारत एक राष्ट्र के तौर पर महामारी के दौर में भी हर लिहाज से अनुकूलनीय और चुस्त दुरुस्त है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी और डिजिटल सहयोग के उभरते क्षेत्र बनकर उभर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इनोवेटर्स और इन्वेस्टर्स को भारत में आमंत्रित किया। भारत में टैलेंट, मार्केट, कैपिटल, इको-सिस्टम और कल्चर ऑफ ओपनर्स मौजूद है, जो किसी इनोवटर्स और इन्वेस्टर्स के लिए जरूरी होता है। पिछले कुछ सालों में हमारी सरकार ने अलग-अलग सेक्टर में कई तरह के व्यवधान देखे हैं। इसमें से कुछ अभी मौजूद है। पीएम मोदी की मानें, तो ऐसा नहीं है व्यवधान गायब हो जाते हैं। इसकी जगह हमें अपने फाउंडेशन को रिपेयर और प्रिपेयर करते रहना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब मैं कोविड-19 महामारी से पहले इनोवेशन पर बात करता था, तो इसका मतलब था कि मैं पहले से महामारी जैसे घटनाओं को लेकर एक राष्ट्र के तौर पर खुद को तैयार कर रहा था। डिजिटल इकोनॉमी ने महामारी से लड़ने में हमारी कई तरह से मदद की है। यह डिजिटलीकरण का ही फायदा है कि आज हम डिजिटल मीडिया के जरिए आपस में बातचीत कर रहे हैं। साथ ही महामारी में एक दूसरे की मदद कर पा रहे हैं।