30 के बाद माँ बनने पर हो सकता है खतरा
30 साल या उससे ज्यादा उम्र में माँ बनने वाली महिलाओं की संतान खासकर बेटियों में युवावस्था के दौरान डिप्रेशन से ग्रसित होने की संभावना होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया की वैज्ञानिक और मुख्य लेखिका जेसिका टीयर्न ने कहा, “इस रीसर्च से पता चला है कि युवा महिलाओं को डिप्रेशन और तनाव से ग्रसित होना उनके जन्म के कारण जैसे उनके जन्म के समय उनकी माँ की उम्र 30 या उससे ज्यादा होने पर निर्भर करता है।”
इसके लिए वैज्ञानिकों ने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया प्रेग्नेंसी कोहॉर्ट अध्ययन के आकड़ों का विश्लेषण किया। इस अध्ययन में 1989 से 1991 के बीच गर्भवती महिलाओं को शामिल किया गया था, जिन्हें साइकोलॉजिकल और डेमोग्राफिक जानकारी भी दी गई थी। इसके परिणामस्वरूप अगले 23 सालों में विभिन्न आयु के दौरान उनकी बेटियों का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन किया गया।
वैज्ञानिकों ने उन महिलाओं की 1,200 बेटियों द्वारा 20 साल तक की उम्र में डिप्रेशन व तनाव के विभिन्न लक्षणों का अध्ययन किया और जन्म के वक्त उनके माता-पिता की उम्र की तुलना की।
बेटियों को जन्म देने के समय जिन माँताओं की उम्र 30-34 साल के बीच थी, उनकी बेटियों में 30 साल से कम उम्र में जन्म देने वाले माँताओं की बेटियों की तुलना में ज्यादा डिप्रेस देखा गया।
वहीं 20 साल से कम उम्र में जन्म देने वाली 5 प्रतिशत महिलाओं का उनकी बेटियों पर कोई प्रभाव देखने को नहीं मिला। यह अध्ययन पत्रिका ‘अबनार्मल साइकोलॉजी’ में प्रकाशित हुआ है।