नई दिल्ली. DMRC की सवारी कर अपने दफ्तर जाने वालों के लिए बड़ा अपडेट है। दिल्ली मेट्रो (DMRC) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) की आशंका के मद्देनजर येलो लाइन पर आज चार घंटे के लिए तीन मुख्य स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है। आज किसानों के आंदोलन को सात महीने पूरे हो रहे हैं।
दिल्ली और हरियाणा के बीच सिंघू बॉर्डर के अलावा टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान आंदोलन कर रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी में भी आज विरोध प्रदर्शन हो सकता है इसलिए दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) और पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा कदम उठाए हैं।
डीएमआरसी (DMRC) ने शुक्रवार रात को ट्वीट किया, “दिल्ली पुलिस के सुझाव पर, सुरक्षा कारणों से, येलो लाइन पर तीन मेट्रो स्टेशन- विश्वविद्यालय, सिविल लाइन्स और विधानसभा, कल (शनिवार) 26.06.2021 को जनता के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक बंद रहेंगे।”
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी बताया कि विरोध प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन बंद रखने का निर्णय लिया है।
प्रदर्शनकारी किसान कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए राज्यपालों को ज्ञापन सौंपेंगे: टिकैत
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान शनिवार को विभिन्न राज्यों के राज्यपालों को ज्ञापन सौंपकर इन कानूनों को वापस लिये जाने की मांग करेंगे।
उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के सात महीने पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को संबोधित ये ज्ञापन दिए जाएंगे। टिकैत ने यह घोषणा यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को संबोधित करते हुए की। यहां पर किसान करीब सात महीने से धरना दे रहे हैं और गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से को बंद कर रखा है।
टिकैत ने गाजियाबाद में दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर मुजफ्फरनगर से आए 100 ट्रैक्टरों की रैली का नेतृत्व करने के बाद किसानों को संबोधित किया। भाकियू अध्यक्ष ने कहा कि यह ‘केंद्र सरकार की हठधर्मिता का चरम है’, यही वजह है कि किसान दिल्ली की सीमा पर गत सात महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा,‘‘केवल गूंगी और बहरी सरकार ही इस तरह का व्यवहार कर सकती है।’’