ज्ञान भंडार
कंप्यूटराइज्ड सिस्टम से जुड़ेंगी सभी ट्रेनें, रांची स्टेशन पर इंटरलॉकिंग का काम शुरू
रांची. रांची रेलवे स्टेशन पर इंटरलॉकिंग का काम शुक्रवार से शुरू हो गया है। यह काम तीन दिनों तक चलेगा। इस दौरान ट्रेनों का ऑपरेशन मैनुअली किया जा रहा है और उनकी गति भी घटाकर 15 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दी गई है। हर प्वाइंट पर रेलवे कर्मचारियों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है। स्टेशन मास्टर, गार्ड व ड्राइवर से कम्यूनिकेशन के लिए वॉकी-टॉकी दी गई है। पटरियों के बीच नए उपकरण लगाए जा रहे हैं। जिन्हें सीधे कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।
इंटरलॉकिंग के बाद ट्रेनों का ऑपरेशन कंप्यूटराइज्ड हो जाएगा। पूरी प्रणाली एक ही जगह से कंट्रोल होगी। स्टेशन केे दोनों सिग्नल केबिन भी बंद कर दिए जाएंगे। अस्थायी व्यवस्था से जनशताब्दी एक्सप्रेस, झारखंड स्वर्ण जयंती, जम्मूतवी एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें विलंब से आ रही हैं। सीनियर डीसीएम नीरज कुमार ने बताया कि तीन दिन बाद परिचालन सामान्य हो जाएगा।
नई व्यवस्था से यह होगा फायदा
ट्रेनों के परिचालन में सुविधा के साथ दुर्घटना की आशंका शून्य होगी। ट्रेन को रवाना करने व दूसरे प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट करने में समय की बचत होगी। स्टेशन मास्टर डिस्प्ले बोर्ड पर ही ट्रेनों की स्थिति जान सकेंगे। वहीं कंट्रोल रूम में लगे मास्टर कंप्यूटर के माउस से महज एक क्लिक से ही एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक को जोड़ा जा सकेगा। अगर भूलवश स्टेशन मास्टर से कोई गलती हो जाती है, तो भी सिग्नल गलत डायरेक्शन नहीं देगा।