जाम में फंसी महिला की मौत से राष्ट्रपति आहत, पुलिस कमिश्नर ने मांगी माफी, 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड
कानपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कानपुर आगमन से कुछ देर पूर्व गोविंदनगर पुल पर रोके गए ट्रैफिक में IIA महिला विंग की अध्यक्ष वंदना मिश्रा 45 मिनट तक फंसी रहीं जिसके कारण उनकी हालत बिगड़ती गई और अस्पताल ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पहले से बीमार चल रहीं वंदना अस्पताल में इलाज कराने के लिए जा रही थी। राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद को जब इस घटना की जानकारी हुई तो उन्हें काफी दुख हुआ। उन्होंने घटना की चर्चा की तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने वंदना मिश्रा के असामयिक निधन पर दुख व्यक्त किया।
राष्ट्रपति कोविंद ने डीएम आलोक तिवारी और पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को बुलाकर महिला उद्यमी के घर उनका संदेश देने का आदेश दिया। इस पर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण और डीसीपी साउथ रवीना त्यागी उनके किदवई नगर स्थित घर पहुंचे। पुलिस कमिश्नर ने वंदना मिश्रा के पति शरद मिश्रा से मिलकर घटना पर अफसोस जताया और पुलिस की लापरवाही पर माफी मांगी। थोड़ी देर बाद पुलिस कमिश्नर ने ट्वीट करके भी पुलिस की लापरवाही स्वीकारी और प्रण लिया कि भविष्य में इस तरह के घटनाक्रम की पुनरावृत्ति नहीं होगी। पुलिस कमिश्नर करीब एक घंटे तक उनके घर पर रुके और इसके बाद भवगतदास घाट भी पहुंचे।
कानपुर के डीएम आलोक तिवारी भी वंदना मिश्रा के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। डीएम ने राष्ट्रपति का संदेश दिया। बताया कि राष्ट्रपति और उनकी पत्नी सविता कोविंद ने पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लिया है। पुलिस की इस लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। इस घटना की क्षतिपूर्ति तो नहीं हो सकती, लेकिन कोशिश होगी कि इसकी पुनरावृत्ति न हो। पुलिस कमिश्नर ने शुरूआती जांच के बाद गोविंद नगर थाने में तैनात 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। जिसमें दरोगा सुशील कुमार व तीन हेड कांस्टेबल शामिल हैं।
सीपी ने बताया कि शुरूआती जांच में इन पुलिसकर्मियों की लापरवाही व गलती पाई गई है, इसलिए इन पर कार्रवाई की गई है। विभागीय कार्रवाई के लिए जांच एडीसीपी ट्रैफिक निखिल पाठक को सौंपी गई है। जांच पूरी होने के बाद इनको दंडित किया जाएगा। कानपुर में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने में इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन (IIA) महिला विंग की अध्यक्ष वंदना मिश्रा ने अग्रणी भूमिका अदा की है। वह करीब 7 साल तक भारतीय महिला उद्यमी परिषद की महामंत्री भी रहीं।