आशा-उषा कार्यकर्ताओ को मिला कांग्रेस का समर्थन
भोपाल: प्रदेश की 90 हजार आशा-उषा कार्यकर्ता और 35 हजार सहायक सम्मानजनक मानदेय और कोरोनाकाल में सरकार द्वारा उनसे किये गए वादे पूरे किए जाने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं। आशा कार्यकर्ताओं-सहायकों की मांग को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपना पूरा समर्थन दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं ने प्रदेश भर में जारी आशा कार्यकर्ताओं-सहायकों की हड़ताल को अपना समर्थन दिया और जगह-जगह प्रदर्शन किया।
कांग्रेस नेताओं को दिये संदेश में कमलनाथ ने कहा कि आशा-उषा कार्यकर्ता और सहायक मध्य प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं का सबसे बड़ा बुनियादी ढांचा हैं। किसी भी संकट काल में उपचार का पहला चरण यहीं से शुरू होता है। कोरोना महामारी के दौरान आशा-उषा कार्यकर्ताओं और सहायकों ने रात-दिन मेहनत की, लेकिन इनकी मेहनत का सम्मान और पारिश्रमिक देने के बजाय मध्य प्रदेश सरकार इनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रदेश भर की आशा कार्यकर्ताओं के संघर्ष में बराबरी से शामिल होकर उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी के इस निर्णय के बाद शनिवार को कांग्रेस नेताओं ने आंदोलन को पूरा समर्थन दिया। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी आशा कार्यकर्ताओं द्वारा जारी हड़ताल स्थल पर गए और उन्हें कांग्रेस का पूरा समर्थन दिया।
महिला कांग्रेस की समन्वयक और भोपाल की पूर्व महापौर विभा पटेल ने बताया कि पूरे प्रदेश में महिला कांग्रेस की कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ताओं के धरने में शामिल हुईं। भोपाल में आशा कार्यकर्ताओं के साथ हुई बदसलूकी के विरोध में भोपाल महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती संतोष जीतेंद्र कंसाना के नेतृत्व में आशा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।