रांची। कोरोना की तीसरी लहर के अनुमान व रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से गठित इंपावर्ड कमेटी ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। भारत सरकार के मार्गदर्शन में देश के विशेषज्ञों से परामर्श के इस कमेटी ने अपनी सुझाव सरकार को दिए हैं। इसके आधार पर सरकार तीसरी लहर से बचाव की तैयारी में जुट गई है।
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि राज्य में कोरोना की संभावित तीसरी लहर में 7,17,484 बच्चों (18 साल तक) के संक्रमित होने का अनुमान है। इसमें रांची में सर्वाधिक 63,382 है। जबकि, धनबाद में 58,387, गिरिडीह में 53,188 और पूर्वी सिंहभूम में 49,892 बच्चे संक्रमित हो सकते हैं।
1000 आईसीयू बेड की पड़ेगी जरूरत
कमेटी ने कहा है कि तीसरी लहर में संक्रमित बच्चों के इलाज को लेकर राज्य में 1000 ICU बेड की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए 500 ICU बेड सरकारी अस्पतालों में जबकि, 500 बेड निजी अस्पतालों में तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
5 साल से बड़े बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा
इंपावर्ड कमेटी ने कहा है कि तीसरी लहर में 5-18 साल तक के बच्चों में सर्वाधिक संक्रमण की संभावना है। इसमें 82 प्रतिशत बच्चे जहां हल्के बीमार हो सकते हैं, वहीं लक्षण वाले 15 प्रतिशत बच्चे मध्यम रूप से, जबकि लक्षण वाले 3 प्रतिशत बच्चे गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं।