उज्जैन में भगवान महाकाल की कार्तिक माह की दूसरी सवारी आज
उज्जैन। कार्तिक मास में सोमवार को महाकाल की दूसरी सवारी निकलेगी। मंगलवार रात 11 बजे हरि-हर मिलन के लिए राजाधिराज रजत पालकी में सवार होकर गोपाल मंदिर जाएंगे। यहा ‘हर बाबा महाकाल ‘हरि गोपालजी को सृष्टि का भार सौंपेंगे। मंदिर प्रशासन ने दोनों सवारियों के लिए व्यापक तैयारी की है।
मंदिर प्रशासक आरपी तिवारी ने बताया सोमवार शाम 4 बजे अवंतिकानाथ शाही ठाठबाट के साथ नगर भ्रमण पर निकलेंगे। इससे पूर्व मंदिर के सभामंडप में भगवान चंद्रमौलेश्वर का पूजन होगा। महाकाल घाटी, गुदरी, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए राजा की पालकी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी। यहां पुजारी शिप्रा जल से भगवान का अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी मंदिर की ओर रवाना होगी।
गोपालजी को अर्पित करेंगे बिल्व पत्र की माला
मंगलवार को गोपाल मंदिर में हरि-हर मिलन होगा। रात 11 बजे महाकाल मंदिर से सवारी निकलेगी। बैंड-बाजे, अश्वारोही दल, सशस्त्र बल की टुकड़ी के साथ राजा गोपाल मंदिर पहुंचेंगे। यहां पुजारी हरि-हर को सम्मुख बैठाकर पूजा-अर्चना करेंगे। भगवान महाकाल की ओर से गोपालजी को बिल्व पत्र की माला अर्पित की जाएगी। वहीं गोपालजी की ओर से महाकाल को तुलसी की माला पहनाई जाएगी। रात करीब 2 बजे गोपाल मंदिर से महाकाल की सवारी मंदिर की ओर लौटेगी। तड़के 4 बजे महाकाल में हरि-हर मिलन होगा।