स्पोर्ट्स डेस्क : टोक्यो ओलंपिक में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए ओलंपिक टीम में शामिल दो अन्य एथलीट को अगले कुछ दिनों में अपने फिटनेस को साबित करना पड़ेगा जबकि पैदल चाल की एथलीट भावना जाट का शुक्रवार को फिटनेस टेस्ट हुआ. भावना और इरफान दोनों ही 20 किमी पैदल चाल में हिस्सा लेंगे वही श्रीशंकर लंबी कूद के एथलीट हैं.
ये तीनों बेंगलुरू में भारतीय खेल प्राधिकरण (साईं) सेंटर में प्रैक्टिस कर रहे हैं और भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) ने तीनों से अपनी फिटनेस साबित करने के लिये बोला है.
इरफान ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले ट्रैक एंड फील्ड के पहले एथलीट थे. उन्होंने मार्च 2019 में जापान के नोमी में एशियाई पैदल चाल चैंपियनशिप के दौरान क्वालीफाई किया था. उनकी अंतिम इवेंट मार्च में रांची में नेशनल पैदल चाल चैंपियनशिप थी, जिसमें उन्होंने रेस पूरी की थी.
एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए एएफआई अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने बोला कि, हम अनफिट एथलीटों को ओलंपिक नहीं ले जा सकते हैं. हमें ये देखना होगा कि एथलीटों ने कब ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया और क्या वो चोटों से मुक्त और इवेंट के लिए फिट हैं. ये सिर्फ फिटनेस टेस्ट है और हम किसी तरह से क्वालीफिकेशन मानदंड को नहीं परख रहे हैं.
मई में कोरोना की चपेट में आये इरफान अब रिकवर कर चुके हैं. भावना ने कोरोना शुरू होने से कुछ टाइम पहले राष्ट्रीय पैदल चाल चैंपियनशिप 2020 में ओलंपिक में जगह बना ली थी. वो इस वर्ष मार्च में रांची में नेशनल चैंपियनशिप के दौरान प्रियंका गोस्वामी के बाद दूसरे पायदान पर थी. प्रियंका भी ओलंपिक में हिस्सा लेंगी.
उन्होंने बेंगलुरू से बोला कि, मेरा आज फिटनेस टेस्ट था और मैंने अच्छा किया. मैं अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हूं. श्रीशंकर का 21 जुलाई को बेंगलुरू में फिटनेस टेस्ट होगा. उन्होंने मार्च में नेशनल सीनियर फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दौरान टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लिया था.
वो नेशनल इंटरस्टेट चैंपियनशिप (25 से 29 जून) से अपनी स्पर्धा शुरू होने से कुछ देर पहले हट गये थे. टोक्यो ओलंपिक में एथलेटिक्स की स्पर्धाएं 30 जुलाई से शुरू होंगी और भारतीय एथलीटों के इस महीने के अंतिम सप्ताह में वहां रवाना हो सकते है.