स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड और इटली के बीच यूरो कप की जब खिताबी टक्कर होगी तो इटली की टीम पिछले 33 मुकाबलों में जीत का सिलसिला जारी रखने के इरादे से उतरेगी.
वही इंग्लैंड के सामने इस बार 55 वर्ष के सूखे को खत्म करने का अवसर होगा. सोमवार 12 जुलाई को होने वाले यूरो कप के फाइनल में पहली बार अपनी जगह बनाने में कामयाब हुई इंग्लैंड की टीम ने सेमीफाइनल में डेनमार्क को मात देकर फाइनल में जगह बनायीं है.
फाइनल में टीम के स्टार प्लेयर हैरी केन पर बड़ा जिम्मा होगा. इंग्लैंड को फाइनल मुकाबले में घरेलू दर्शकों का साथ मिलेगा. इंग्लैंड की टीम ने वर्ष 1966 में विश्व कप को जीत था और उसके बाद से टीम ने पहली बार किसी टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनायीं है. इंग्लैंड 2018 वर्ल्ड कप में भी सेमीफाइनल में हार गया था.
दूसरी ओर इटली की टीम ने लगातार 33 जीत हासिल की है. इटली के पास बड़े टूर्नामेंट्स का फाइनल खेलना का अनुभव भी है, जो उनको इस खिताब के लिए फेवरेट बनाता है. इटली ने वर्ष 1968 में यूरो कप अपने नाम किया था. इसके बाद टीम 2000 और 2012 में भी फाइनल तक पहुंची, लेकिन पहले फ्रांस और स्पेन ने टीम के सपने को चकनाचूर कर दिया. हालांकि, टीम इस बार कोई गलती नहीं करना चाहेगी.
टीम के मिडफील्डर निकोलो बरेला फाइनल में इंग्लैंड की टीम को भी परेशानी में डाल सकते हैं. इंग्लैंड और इटली की टीम फुटबॉल के इतिहास में 27 बार एक दूसरे के खिलाफ मैदान पर खेले है. इसमें से इटली को 11 मुकाबलों में और ग्लैंड को 8 मैच में जीत मिली हैं. वही 8 मैच ड्रॉ रहे हैं. अंतिम बार ये दोनों टीमें वर्ष 2018 में भिड़ी थी और तब मैच 1-1 से ड्रा रहा था.