स्पोर्ट्स डेस्क : कोरोना की वजह से एक वर्ष से भी ज्यादा टाइम तक पोस्टपोन रहने वाले यूथ और जूनियर नेशनल चैंपियनशिप से देश में मुक्केबाजी स्पर्धाओं की जोरदार वापसी होगी. युवा पुरुष और महिला राष्ट्रीय चैंपियनशिप का चौथा संस्करण 18 से 23 जुलाई तक खेला जाएगा, जिसके बाद जूनियर बॉयज नेशनल चैंपियनशिप का तीसरा संस्करण और जूनियर गर्ल्स नेशनल चैंपियनशिप का चौथा संस्करण खेला जाएगा.
इन दोनों टूर्नामेंट्स की मेजबानी 26 से 31 जुलाई के बीच सोनीपत के दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) में होगी और इस दौरान सभी कोरोना प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जाएगा. भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह के अनुसार, महामारी की वजह से एक वर्ष से ज्यादा टाइम से घरेलू टूर्नामेंटों की अनुपस्थिति के साथ हमारे प्लेयर्स के लिए ये कठिन टाइम रहा है. हालांकि स्थिति में सुधार से हमें खेल को फिर से शुरू करने का विश्वास मिला है.
हमें लगा कि जूनियर और युवा नेशनल्स के साथ शुरुआत करना अच्छा होगा क्योंकि इंटरनेशनल टूर्नामेंट भी फिर से शुरू हो रहे हैं और इससे हमारे मुक्केबाजों को देश का प्रतिनिधित्व करने और फिर से इंटरनेशनल स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा. इन नेशनल टूर्नामेंट्स को चयन टूर्नामेंट के रूप में मान्यता मिली औऱ इनके माध्यम से विजेताओं का चयन आगामी एएसबीसी यूथ एंड जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाएगा. ये टूर्नामेंट 17 से 31 अगस्त तक दुबई में होगा.
आगामी राष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए लद्दाख समेत 34 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेश की टीमें और सर्विसेज खेल नियंत्रण बोर्ड की टीम भागीदारी की उम्मीद है. युवा टूर्नामेंट में 300 से ज्यादा पुरुष और 200 से ज्यादा महिला मुक्केबाजों की उपस्थिति की उम्मीद है. दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रो वाइस चेयरमैन रंजू मान के अनुसार हम युवा और जूनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के आयोजन के लिए बीएफआई के साथ जुड़कर खुश हैं.
डीपीएस सोनीपत खेल गतिविधियों का केंद्र रहा है और हाल ही में इसने टेबल टेनिस के लिए ओलंपिक शिविर का आयोजन हुआ है. हम बॉक्सिंग फेडरेशन के साथ ज्यादा सार्थक तरीके से जुड़ने और उस खेल को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं जहां प्रतिभा प्रचुर मात्रा में है. जून 2019 में आयोजित यूथ बॉक्सिंग नेशनल के पिछले संस्करण में, सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड और हरियाणा क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में ओवरआल चैंपियन के रूप में उभर.
वही हरियाणा में जूनियर महिला नेशनल के अंतिम संस्करण में भी शीर्ष टीम के रूप में सामने आई थी. इस टूर्नामेंट की मेजबानी कोरोना आने से ठीक पहले हुई थी.