कासगंज में उफान पर गंगा, 105692 क्यूसेक पानी हरिद्वार से छोड़ा, अलर्ट जारी
कासगंज: बैराजों से छोड़े जा रहे पानी ने गंगा नदी में बाढ़ के हालात पैदा कर दिए हैं। कासगंज जिले में पिछले 24 घंटों में गंगा नदी का जलस्तर 40 सेंटीमीटर बढ़ गया है। बाढ़ के खतरे से तटवर्ती क्षेत्र के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई हैं। वहीं प्रशासन और सिंचाई विभाग के अफसरों ने अलर्ट जारी करते हुए निगरानी तेज कर दी है। सिंचाई विभाग की टीमें तटवर्ती क्षेत्रों में पहुंचकर बाढ़ से बचाव के प्रयास कर रही हैं।
पहाड़ों और मैदानी इलाकों में हो रही बारिश से बैराजों पर पानी का दबाव बढ़ता ही जा रहा है। बैराजों का यह पानी गंगा नदी के रास्ते आगे की ओर भेजा जा रहा है। बुधवार को गंगा में सामान्य बाढ़ थी तो गुरुवार को जलस्तर बढ़ जाने के बाद लो फ्लड जारी किया गया। बाढ़ के खतरे के मद्देनजर सिंचाई विभाग निरंतर मॉनिटरिंग कर रहा है। हालांकि अभी तक किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं पाया गया है, लेकिन तटवर्ती क्षेत्रों के ग्रामीण अभी से बाढ़ को लेकर बेहद चिंतित हैं। सिंचाई विभाग का दावा है कि बाढ़ से निपटने की पूरे इंतजाम हैं।
गंगा में जलस्तर बढ़ जाने के बाद सिंचाई विभाग प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए अफसरों को शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी के निर्देश दे दिए हैं। सभी सहायक अभियंता पर्यवेक्षण में रहेंगे। वहीं सभी अवर अभियंता अपने अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहेंगे और सिंचाई पर्यवेक्षक दिन रात अलग अलग ड्यूटी करेंगे। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि बैराजों पर पानी बढ़ जाने के बाद गंगानदी में पानी छोड़ा जा रहा है। गंगा नदी में गुरुवार को लो फ्लड हो गया है। आने वाले दिनों में जलस्तर कुछ कम होने की उम्मीद है। सिंचाई विभाग के अधिकारी परिस्थितियों पर नजर बनाए हुए हैं।