दिल्ली में आज से मिली अनलॉक की बंपर छूट, छूट का मतलब ये नहीं….
Delhi Unlock: दिल्ली में कोविड की दूसरी लहर कमजोर पड़ती दिख रही है, जिसके मद्देनजर दिल्ली में लॉकडाउन की पाबंदियों में थोड़ी और ढील देते हुए आज से डीटीसी व क्लस्टर बसों और मेट्रो को 100 फीसदी सीटिंग कैपेसिटी के साथ चलाने की अनुमति दे दी गई है. इसके साथ ही आज से सिनेमाघर, मल्टीप्लेक्स, थियेटर को भी 50 प्रतिशत की क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी गई है. वहीं स्कूल अभी बंद रहेंगे. इसपर आगे निर्णय लिया जाएगा.
दिल्ली में मेट्रो और बसों को 100 प्रतिशत की क्षमता के साथ चलाने का आदेश मिलते ही विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर आज सुबह से लोगों की लंबी कतारें दिख रही हैं. अक्षरधाम, आनंद विहार सहित कई मेट्रो स्टेशन के बाहर सुबह से लोगों की लंबी कतार लगी है. दिल्ली मेट्रो का कहना है, “सुबह 6.42 बजे के आसपास लोगों की कतारें लगीं थी. ट्रेनों को अब सामान्य गति से चलाया जाएगा और मेट्रो ट्रेन की सभी सेवाएं आज से अब सामान्य रूप से चलाई जा रही हैं.”
डीएमआरसी और डीटीसी के अधिकारियों ने यह साफ किया है कि 100 फीसदी क्षमता से चलाने से मिली छूट का मतलब यह नहीं है कि बसें या मेट्रो ट्रेनें पहले की तरह खचाखच भरकर चलने लगेंगी. सौ फीसदी सीटिंग कैपेसिटी से बस और मेट्रो चलाने का मतलब यह होगा कि अब उनमें यात्री सभी सीटों पर बैठकर सफर कर सकेंगे, जबकि अभी तक केवल आधी सीटों पर ही यात्री बैठ पाते थे.
बता दें कि बसों और मेट्रो में खड़े होकर यात्रा करने पर पाबंदी पहले की तरह ही आगे भी जारी रहेगी, ऐसे में सीटिंग कैपेसिटी के मामले में मिली छूट के बावजूद यात्रियों को ज्यादा राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. डीएमआरसी ने यह भी साफ किया है कि मेट्रो ट्रेनों में अभी सीमित संख्या में ही यात्री सफर कर पाएंगे, इसे देखते हुए मेट्रो स्टेशनों के अतिरिक्त गेट भी अभी नहीं खोले जाएंगे और पहले की तरह उन गेट से ही स्टेशन में एंट्री मिलेगी, जो पहले से खुले हैं.
दिल्ली में सोमवार से मॉल्स को सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक खोलने की इजाजत दी गई है, वहीं आज से सिनेमा हॉल, थियेटर, मल्टीप्लेक्स को भी 50 फीसदी सीटिंग कैपिसिटी के हिसाब से शुरू करने की अनुमति दी गई है. सिनेमाघर में आधी सीटों पर ही लोग बैठ सकेंगे. लोगों को कोरोना गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करना होगा.
दिल्ली में स्कूलों को खोलने की बात पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि जबतक पूरी तरह से टीकाकरण नहीं हो जाता, हम ऐसा रिस्क नहीं ले सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर अन्य राज्यों में स्कूल खुल गए और सबकुछ ठीक रहा तो फिर हम भी इस मामले पर विचार करेंगे.